पदयात्रा में लगे झंडे को लेकर हुआ विवाद, पाकिस्तानी झंडा बता लोगों ने रोका; जमकर हुई नारेबाजी
राजस्थान के झज्जर जिले के चिड़ावा क्षेत्र में स्थित हजरत शक्करबार पीर बाबा की दरगाह पर जा रही पदयात्रा को कुछ संगठनों ने रोक दिया। लोगों का कहना था कि इस पदयात्रा में लगा झंडा पाकिस्तानी है। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। कुछ लोगों ने वहां जमकर नारेबाजी भी की। मौके पर पहुंची पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को पुलिस चौकी ले गई।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। झज्जर जिले से राजस्थान प्रांत के नरहड़ के लिए जा रही धार्मिक पद यात्रा को लेकर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। दादरी जिले के गांव चिड़िया के समीप कुछ संगठनों ने यात्रा में शामिल कुछ लोगों पर पाकिस्तानी झंडे लेकर चलने का कड़ा विरोध जताया।
दोनों पक्षों को पुलिस चौकी ले गई पुलिस
उन्होंने विरोध जताते हुए इस धार्मिक यात्रा को रुकवा दिया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। कुछ लोगों ने वहां जमकर नारेबाजी भी की। विवाद की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची।
सड़क के बीच मामला अधिक ना बढ़े इसलिए दोनों पक्षों को गांव चिड़िया की पुलिस चौकी में ले जाया गया। पुलिस चौक परिसर में भी कुछ संगठनों व यात्रा में शामिल लोगों के बीच जमकर बहस हुई।
हजरत शक्करबार पीर बाबा की दरगाह जा रही थी पदयात्रा
संगठनों ने विरोध जताते हुए पाकिस्तानी झंडे को राष्ट्र विरोधी कार्यवाही करार देते हुए मामले की जांच की मांग की। उन्होंने यात्रा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की।
करीब 25-30 महिला व पुरूष झज्जर जिले के साल्हावास से दादरी जिले से होते हुए पद यात्रा के जरिए राजस्थान के झुंझुनू जिले के चिड़ावा क्षेत्र में स्थित हजरत शक्करबार पीर बाबा की दरगाह पर जा रहे थे।
संगठन के लोगों ने पाकिस्तानी झंडा बता पदयात्रा को रोका
इन लोगों के आगे-आगे एक ट्रैक्टर-ट्राली थी जिसमें इनका जरूरत, खाने-पीने का सामान था। उसके पीछे वे हाथों में हरे झंडे लेकर चल रहे थे। इनके हाथों में जो झंडे थे उन पर पीर बाबा का नाम लिखा होने के साथ-साथ 786 लिखा हुआ था और चांद-सितारे बने हुए थे। इन्हीं झंडों को कुछ संगठनों के लोगों ने पाकिस्तानी झंडे बताकर इनका विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने यात्रा को रुकवा दिया।
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