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मोटे ब्याज के लालच में लुट गए सैकड़ों किसान, 13 करोड़ रुपये का चूना लगा गए दो ठग; यूं हुआ मामले का खुलासा

हरियाणा के चरखी दादरी में किसानों के साथ करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 138 लोगों के साथ 12 करोड़ 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। एसआईटी ने उत्तर प्रदेश के बनारस से दो आरोपित भाईयों को गिरफ्तार किया है। एक ही परिवार के 12 लोगों ने गिरोह बनाया हुआ था और वे किसानों को ब्याज का लालच देकर पैसे ऐंठते रहे।

By Preeti Gupta Edited By: Preeti Gupta Updated: Fri, 12 Jan 2024 01:49 PM (IST)
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मोटा ब्याज देने के नाम पर 30 साल तक की धोखाधड़ी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। Haryana News: हरियाणा के चरखी दादरी में किसानों के साथ करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 138 लोगों के साथ 12 करोड़ 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है।

क्षेत्र के किसानों, आढ़तियों व ग्रामीणों से करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी कर परिवार सहित आढ़ती के फरार होने के मामले में दादरी जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

बनारस से गिरफ्तार किए गए युवक 

पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम एसआईटी ने उत्तर प्रदेश के बनारस से दो आरोपित भाईयों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव झींझर निवासी रामनिवास और सुरेश के रूप में हुई है।

आरोपितों को वीरवार को न्यायालय में पेश कर आठ दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि आरोपितों ने 138 लोगों के 12 करोड़ 70 लाख रुपये का गबन किया था।

एक ही परिवार के 12 लोगों ने किया करोड़ों रुपयों का गबन

पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ की जा रही है। दादरी के उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अशोक कुमार ने वीरवार को पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी। डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि गत सात दिसंबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गांव झींझर के ग्रामीणों ने शिकायत दी थी।

जिसमें उन्होंने बताया था कि मूलरूप से गांव झींझर निवासी एक ही परिवार के 12 लोगों ने किसान, मजदूर, कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी व ठगी कर काफी रुपयों का गबन किया है।

ब्याज सहित पैसा लौटाने के नाम पर की धोखाधड़ी

अधिकांश लोग खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्होंने बताया था कि उक्त व्यापारी व उसके स्वजनों ने आमजन के रुपये हड़पने के लिए गिरोह बनाया हुआ है और पिछले करीब 30 वर्षों से लोगों को ब्याज सहित रुपये लौटाने का प्रलोभन देकर, उन्हें बहला-फुसला कर रुपये ऐंठते आ रहे थे।

पैसे लिए ज्यादा पर बही-खाते में जमा कराए कम

उन्होंने बताया था कि काफी ऐसे मामले सामने आए जिसमें वे किसानों से अधिक रुपये लेकर बही-खाते में कम रुपये दर्ज करते थे। जब आमजन इस विषय के प्रति सचेत हुए और अपने रुपये वापिस मांगने शुरू किए तो उक्त लोग गांव छोड़कर फरार हो गए। शिकायत के आधार पर दादरी सिटी थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था।

बनाई गई थी स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने डीएसपी मुख्यालय अशोक कुमार की अध्यक्षता में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम एसआईटी गठित की थी। एसआईटी में पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी, आर्थिक अपराध शाखा में तैनात एएसआई राजेश कुमार, सीआइए प्रभारी व साइबर सैल प्रभारी को भी शामिल किया गया था।

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40 लोगों से की गई पूछताछ 

एसआईटी द्वारा मामले की गहनता से जांच की तो सामने आया कि उक्त लोगों ने 138 लोगों के करीब 12 करोड़ 70 लाख रुपये का गबन किया है। पुलिस द्वारा इन 138 लोगों में से 40 लोगों को जांच में शामिल कर पूछताछ की गई थी।

उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए दो आरोपित

पुलिस की विशेष अनुसंधान टीम ने इसी मामले में प्रभावी कार्रवाई करते हुए वीरवार को दो आरोपितों को उत्तर प्रदेश के बनारस से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपितों की पहचान गांव झींझर निवासी रामनिवास व सुरेश के रूप में हुई है। आरोपितों को वीरवार को न्यायालय में पेश कर आठ दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपितों से गहनता से पूछताछ की जा रही है।

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