तिगांव में सीवर लाइन के छोटे पाइप डालने पर रोष
फरीदाबाद जिले के तिगांव क्षेत्र की आबादी 40 हजार को पार कर रही है। यहां रहने वाले प्रवासी ही हजारों की संख्या में हैं। ऐसे में तिगांव में डाली जा रही 2-2 फुट की सीवर लाइन कैसे अधिक जनसंख्या का दबाव झेल सकेगी। इसी बात को लेकर ग्रामवासियों में नाराजगी है। शनिवार को ग्रामीण तिगांव मुख्य मार्ग किनारे जमा हो गए और रोष जताया।
जागरण संवाददाता, तिगांव (फरीदाबाद): तिगांव की आबादी 40 हजार को पार कर रही है। यहां रहने वाले प्रवासी ही हजारों की संख्या में हैं। ऐसे में तिगांव में डाली जा रही 2-2 फुट की सीवर लाइन कैसे अधिक जनसंख्या का दबाव झेल सकेगी। इसी बात को लेकर ग्रामवासियों में नाराजगी है। शनिवार को ग्रामीण तिगांव मुख्य मार्ग किनारे जमा हो गए और रोष जताया। इस मौके पर समाजसेवी दयानंद नागर और हरीचंद नागर ने कहा कि जनसंख्या दिनों दिन बढ़ने पर ही है। जब शहर में 4-5 फुट मोटाई वाली लाइनें ही जाम रहती हैं तो यहां इतने छोटे पाइपों वाली लाइन में से कचरा कैसे बाहर जा सकेगा। क्योंकि गांव में गोबर और अन्य प्रकार का कचरा काफी होता है। यहां ठोस कचरा निस्तारण यूनिट भी नहीं है। जागरुकता के अभाव में लोग सीवर लाइन में ही सबकुछ डालेंगे। ऐसे में रोजाना सीवर लाइन जाम रहेगी। इसका गांव को कोई लाभ नहीं होगा। इसलिए कम से कम 4-4 फुट मोटाई वाली सीवर लाइन तो डाली जानी चाहिए। वह इस बारे में अधिकारियों और नेताओं से बात करेंगे। यह काम बार-बार नहीं होता। पहली बार सीवर लाइन डालने की वजह से पूरे गांव को दिक्कत हो रही है। जहां सीवर लाइन डाली जा रही है, वहां हालात खराब है। इसलिए यदि दोबारा बड़ी लाइन डाली जाएगी तो दोगुणा पैसा लगेगा और आफत भी बढ़ेगी। रोष जाहिर करने वालों में गजराज कौशिक, धर्मप्रकाश नागर, अधिवक्ता संजय सिंह अधाना, बलराज, योगिद्र नागर सहित अन्य लोग थे।
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