Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

शिलान्यास के तीन वर्ष बाद भी नहीं शुरू हुआ यमुना पुल

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : ग्रेटर फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए गांव मंझ

By JagranEdited By: Updated: Mon, 14 Aug 2017 03:09 PM (IST)
Hero Image
शिलान्यास के तीन वर्ष बाद भी नहीं शुरू हुआ यमुना पुल

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : ग्रेटर फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए गांव मंझावली में यमुना पर पुल बनाने की आधारशिला आज से ठीक तीन वर्ष पहले 15 अगस्त-2014 के दिन केंद्रीय भूतल परिवहन, जहाज रानी व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के साथ रखी थी। तब कृष्णपाल केंद्र में गड़करी के मंत्रालय के ही राज्य मंत्री थे और तब यह उम्मीद जगी थी कि यह पुल जल्द बन जाएगा, पर अब तीन वर्ष होने के बाद एक ईंट भी पुल निर्माण में नहीं लग पाई।

तब से लेकर अब तक पुल बनाने के लिए सरकार ने किसानों की 40 एकड़ जमीन 43 करोड़ रुपये में जरूर खरीदी है। पुल की विस्तृत निर्माण योजना बनाकर केंद्र सरकार को भेजी हुई है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। तब केंद्रीय मंत्री गड़करी ने पुल की आधारशिला रखते हुए कहा था कि ग्रेटर फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए 25 किमी सड़क बनाई जाएगी। यमुना नदी पर पुल बनाया जाएगा। पुल डेढ़ वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। पुल का निर्माण कार्य कब तक शुरू होगा, ये लोगों के लिए अपने आप में यक्ष प्रश्न बनता जा रहा है। क्योंकि ये योजना फरीदाबाद के लिए जीवनदायिनी है। पुल बनने के बाद दक्षिण हरियाणा के लोगों को दिल्ली के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात, पलवल के लोग सीधे इस पुल से ग्रेटर नोएडा आ-जा सकेंगे, लेकिन ये सपना कब तक साकार होगा, कहना मुश्किल है।

यमुना पर पुल बनाने के लिए लोकनिर्माण विभाग ने 400 करोड़ की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की है, जिसे मंजूरी के लिए केंद्रीय भूतल परिवहन, जहाज रानी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को भेजी जा चुका है। गांव मंझावली के किसानों की 40 एकड़ भूमि 43 करोड़ रुपये में खरीदी जा चुकी है। पुल दो चरण में बनाया जाएगा। अब जमीन खरीदने के लिए दूसरा चरण जल्दी ही शुरू होने वाला है।

-राहुल ¨सह, कार्यकारी अभियंता, लोकनिर्माण विभाग, फरीदाबाद।

डीपीआर को इस बार वित समिति की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। प्रदेश सरकार से परियोजना मंजूर होकर केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय में पहुंच चुकी है। सितंबर में टेंडर लग जाएंगे और अक्टूबर के महीने में यमुना पर पुल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। जल्दी ही योजना को स्वरूप मिलता हुआ दिखाई देगा।

-कृष्णपाल गुर्जर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री।