14वीं मंजिल से लगाई छलांग, 12वीं के छात्र ने क्यों उठाया खौफनाक? मौत का राज जानने में जुटी पुलिस
Suicide News फरीदाबाद में एक छात्र ने गुरुवार तड़के 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की मौत की जानकारी लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। उधर घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। परिजनों का कहना है कि दिव्यांशु को किसी भी तरह का तनाव नहीं था। जानिए पूरा मामला क्या है?
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। Student Suicide Case ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-85 एडोर होम सोसायटी में गुरुवार तड़के करीब तीन बजे एक छात्र ने 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि, अभी आत्महत्या के पीछे का कारण सामने नहीं आया है।
घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
बताया गया कि वह 12वीं कक्षा में बल्लभगढ़ के निजी स्कूल में पढ़ता था। दिव्यांशु के फुफेरे भाई राहुल तिवारी ने बताया कि दिव्यांशु घर में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई का नाम प्रियांशु है।
निजी कंपनी में नौकरी करते हैं दिव्यांशु के पिता
राहुल के अनुसार, दिव्यांशु उनसे हर बात की चर्चा करता था। कभी भी उसके चेहरे से यह नहीं लगा कि उसको किसी बात का तनाव है। दिव्यांशु के पिता रवि शेखर निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। उसकी खेलकूद में काफी रुचि थी।
क्रिकेट अकादमी में अभ्यास करता था दिव्यांशु
मृतक छात्र ग्रेटर फरीदाबाद में ही स्थित क्रिकेट अकादमी में अभ्यास करने के लिए जाता था। स्वजन के अनुसार, जब वह घर पर रहता तो अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहता था। उसका स्वभाव भी मिलनसार था।
यह भी पढ़ें- प्रेमी ने दूसरी लड़की से की शादी तो 17 वर्षीय किशोरी ने उठाया खौफनाक कदम, लेटर में बताई पूरी बात
सिक्योरिटी गार्ड को आई थी गिरने की आवाज
दिव्यांशु तड़के तीन बजे ग्यारहवीं मंजिल से 14वी मंजिल पर गया और छत से कूद गया। गिरने की आवाज जब सिक्योरिटी गार्ड के कान में पड़ी तो उसने स्वजन को जाकर जानकारी दी।
पुलिस ने दोस्तों से की पूछताछ
पुलिस के अनुसार, आत्महत्या का कारण पता नहीं लग पाया है। पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। दोस्तों से पूछताछ करने पर कोई ऐसी जानकारी हासिल नहीं हुई कि आत्महत्या का कारण पता लग सके।
यह भी पढ़ें- Jammu News: इंतजार में परिजन, दूसरे दिन भी पड़ोसी मुल्क से नहीं आया जवाब; चिनाब में बहकर पाक पहुंचा था हर्ष का शव