Faridabad News: बैडमिंटन चैंपियनशिप के लिए अनमोल का भारतीय टीम में चयन, थाईलैंड में लहराएगी परचम
Faridabad News अनमोल खरब अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए कितनी मेहनती व अनुशासित है यह इससे पता चलता है कि प्रतिदिन सुबह साढ़े चार बजे दिनचर्या शुरू हो जाती है। सुबह उठने के बाद कभी माता राजबाला और कभी पिता देवेंद्र खरब के साथ स्टेडियम का रुख करना।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। कबड्डी खेल में माहिर पिता देवेंद्र खरब ने बेटी अनमोल को गली में बैडमिंटन रैकेट पकड़ कर खेलते देखा तो उनकी पारखी नजरों ने यह पढ़ लिया कि फुर्तीले अंदाज में इधर-उधर होना उसे आगे बढ़ा सकता है। फिर पिता उसे खेल के गुर सिखाने के लिए केएल मेहता स्पोर्ट्स अकादमी ले गए।
यहां जिला बैडमिंटन संघ के सचिव और मास्टर्स बैडमिंटन चैंपियन संजय सपरा ने अनमोल को कोर्ट में उतारा और टेस्ट लिया। उन्होंने भी महसूस किया कि इस बालिका पर मेहनत करने पर बात बन सकती है। बस शुरू हो गया अनमोल को कोर्ट में बैडमिंटन खेल का ककहरा सिखाने का सिलसिला। अनमोल ने इसके बाद फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। अब औद्योगिक नगरी की यह प्रतिभाशाली बेटी थाईलैंड में 29 नवंबर से चार दिसंबर तक होने वाली एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनिशप में अंडर-17 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करती दिखेंगी।
सुबह साढ़े चार बजे शुरू हो जाती है दिनचर्या
अनमोल खरब अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए कितनी मेहनती व अनुशासित है, यह इससे पता चलता है कि प्रतिदिन सुबह साढ़े चार बजे दिनचर्या शुरू हो जाती है। सुबह उठने के बाद कभी माता राजबाला और कभी पिता देवेंद्र खरब के साथ स्टेडियम का रुख करना। फिजिकल कोच सागर नरवत के मार्गदर्शन में शारीरिक अभ्यास पर काम करती हैं। दो घंटे का सेशन होने के बाद आठ बजे घर पहुंचती है।
दो घंटे का आराम करने के बाद साईं अकादमी जाना, वहां सुबह दस से 12 बजे तक खेल अभ्यास। लंच में फिर दो से चार घंटे का आराम और शाम को पांच बजे फिर अकादमी पहुंचती हैं, जहां कोच राहुल और कमल वशिष्ठ के नेतृत्व में कोचिंग शुरू हो जाती है। शाम 7.30 बजे से रात 9.30 बजे तक पढ़ना और फिर खाना खा कर सो जाना।
उन्नति हुड्डा को हरा कर सुर्खियों में आई
अनमोल खरब सब जूनियर व जूनियर श्रेणी में विभिन्न मौकों पर रोहतक की उन्नति हुड्डा से हार चुकी थी। विभिन्न कोशिशों के बाद भी अनमोल साथी प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी पर पार नहीं पा रहीं थी। इससे वो निराश भी हो जाती है। दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर-19 में 11वीं कक्षा की छात्रा अनमोल को एक दिन प्रधानाचार्य अनिल शर्मा ने उदास पाया और पूछा। इसके बाद प्रधानाचार्य अनिल ने अनमोल को प्रोत्साहित किया और प्रेरित करते हुए कोशिशें जारी रखने की नसीहत दी, साथ ही जीत के टिप्स भी दिए।
उन्नति और अनमोल के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा
बस अगली बार जब दो महीने पहले पंचकूला में अनमोल प्रतिद्वंद्वी के सामने थी तो उन्नति को 17-21, 21-15 व 21-13 से मात देकर जीत हासिल कर ही ली। यह अनमोल के करियर की सबसे बड़ी जीत में से एक थी, क्योंकि रोहतक की खिलाड़ी उन्नति हुड्डा राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय टीम में शामिल थीं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्नति से बात कर चर्चा में आईं थी।
दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए अनमोल खरब बेहद सहज व सरल स्वभाव में कहती भी हैं कि वो हर मैच में जीत के नजदीक पहुंच कर भी उन्नति से हार जाती थी। हम दोनों के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा होती रहती है, पर जीतना तो हर कोई चाहता है।
मानव रचना स्पाेर्ट्स अकादमी में भी सीखे गुर
शुरुआती दौर में अनमोल खरब ने मानव रचना स्पोर्ट्स अकादमी सेक्टर-14 में भी इंडोनेशियाई कोच मोहम्मद रज्जाक से गुर सीखे। यहां जिला बैडमिंटन संघ के प्रधान डा.अमित भल्ला और खेल निदेशक सरकार तलवाड़ ने अनमोल खरब को प्रोत्साहित किया।
दैनिक जागरण भी कर चुका है सम्मानित
अनमोल खराब में प्रतिभा को देखते हुए और जिला व राज्य स्तर पर कई टूर्नामेंट जीतने पर दैनिक जागरण ने 26 जनवरी को राष्ट्रगान देश का मान समारोह में सम्मानित भी किया था। अनमोल के पिता देवेंद्र खरब कहते हैं कि दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख व नंबर एक अखबार द्वारा एक बड़े मंच पर शहर की प्रमुख हस्तियों के बीच अभिनंदन करने से उनकी बेटी को बड़ा प्रोत्साहन मिला और अपनी मेहनत दोगुनी कर दी।
अनमोल का अनुशासन, समर्पण और मेहनत का परिणाम है कि अब वह भारतीय टीम में शामिल होने का गौरव हासिल हुआ है। डा. अमित भल्ला व संजय सपरा के अनुसार अभी यह अनमोल की कामयाबी की पहली सीढ़ी है। इसी तरह से मेहनत जारी रहेगी तो आने वाले समय में देश को बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर गर्व की अनुभूति कराएगी।