रहें सावधान! मानसून के चलते बढ़े त्वचा संक्रमण, टाइफाइड और बुखार के मामले, बरतें ये सावधानी
देशभर में इस समय मानसून जोरों का बरस रहा है। बारिश के कारण बीमारियां भी अत्यधिक होती हैं। फिर चाहे सरकारी अस्पताल हो या फिर निजी खचाखच मरीजों की भीड़ नजर आती है। फरीदाबाद में भी त्वचा संक्रमण टाइफाइड औऱ बुखार के मामले बढ़े हैं। ऐसे में यहां पढ़िए बुखार से बचने के क्या उपाय हैं और किन बातों का ख्याल रखा जाए।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। मानसून के चलते जिले में त्वचा संक्रमण, टाइफाइड व बुखार के मामले बढ़ गए हैं। सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में भी मामले आ रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है।
जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों प्रतिदिन विभिन्न बीमारियों के दो हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं।डॉक्टरों का कहना है कि वर्षा के दौरान पनपने वाली बीमारियाें से बचाव के उपाय को लेकर गंभीरता बरतने की जरूरत है। जिन लोगों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है, वे जल्दी बीमार होते हैं।
डेंगू, मलेरिया की बनी है आंशका
जिला स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार इन दिनों डेंगू, मलेरिया की आंशका रहती है, हालांकि इस वर्ष अब तक इन दोनों बीमारियाें के एक भी मामले नहीं आए हैं।लेकिन जिस तरह से विभाग की टीम को विभिन्न क्षेत्रों में बीमारी फैलाने वाले एडीज व एनाफ्लीज के लार्वा मिल हैं। उससे साफ है कि आने वाले दिनों में मलेरिया व डेंगू जोकर पकड़ सकता है। इसी के चलते विभाग की ओर से जागरूकता अभियान तेज किया गया है।
इन बातों का रखें ख्याल
-वर्षा में भीगने से खुद को बचाएं।-कई बार वर्षा में भीगने से सर्दी, जुकाम, फ्लू और फंगल संक्रमण जैसी बीमारियां हो सकती हैंं।-अगर आप वर्षा में भीग जाते हैं, तो तुरंत गीले कपड़े बदलें और फंगल संक्रमण से बचने के लिए अपने शरीर को अच्छी तरह से सुखाएं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।बुखार से बचने के उपाय
-शराब के सेवन से बचें -धूमपान और तंबाकू उत्पादों को छोड़ दें-रात को देर तक न जागें।-कम से कम आठ घंटे की नींद लें-तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें।-हर्बल चाय पिएं।-दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीयें।-ताजे भोजन का सेवन करें।इन दिनों पनपने वाली बीमारियों में बुखार ही पहला लक्षण होता है। अगर कभी बुखार हो तो अपनी मर्जी से दवा न लें। डाक्टर से संपर्क करें और रक्त की जांच करवाएं। पौष्टिक आहार लें। ऐसे में रोगों से लड़ने की क्षमता बनी रहेगी।
डा. विनय गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।