फरीदाबाद में डॉक्टरों की हड़ताल से बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाएं, परेशान दिखे मरीज
फरीदाबाद में डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की ओपीडी में गुरुवार को इलाज के लिए मरीज पहुंचे हैं। मगर डॉक्टर उपलब्ध नहीं है। थोड़ी देर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनय गुप्ता और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओपीडी में आकर मरीजों को देखेंगे। जानकारी मिलने के बाद मरीज लाइन में लग गए हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। मांगों को लेकर बृहस्पतिवार को सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के साथ स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं भी प्रभावित रहीं।
सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक है ओपीडी का समय
जिला नागरिक अस्पताल में ओपीडी खुलने का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक का है। हल्की बूंदाबांदी के चलते अस्पताल की ओपीडी में कम संख्या में मारी जाए, मगर डॉक्टर अपने कमरों में उपलब्ध नहीं थे। रियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन(एचसीएमएस)के आह्वान पर डॉक्टरों ने सेवाएं नहीं दीं।
एचसीएमएस ने इससे पहले 15 जुलाई को अस्पताल में दो घंटे के लिए काम ठप रखा था। एचसीएमएस की मांगों और नाराजगी की प्रमुख वजहों में स्पेशलिस्ट कैडर बनाने, सीनियर मेडिकल आफिसर(एसएमओ)की सीधी भर्ती को रोकने के लिए, सेवा नियमों में संशोधन और केंद्र सरकार के डॉक्टरों के समान भत्ते का प्रविधान के प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार की ओर से गंभीरता से गौर न करना है।
नर्सिंग अधिकारियों ने भी दो घंटे की हड़ताल का किया एलान
डॉक्टरों की हड़ताल के चलते बृहस्पतिवार अस्पताल में आने वाले मरीज परेशान दिखे। नर्सिंग अधिकारियों ने भी सुबह नौ बजे से 11 बजे तक दो घंटे की हड़ताल करने की घोषणा की हुई है। नर्सिंग यूनियन की मुख्य मांग है कि केंद्र के समान नर्सिंग अलाउंस 7200 रुपये दिए जाएं। नर्सिंग कैडर को केंद्र के समान ग्रुप सी से ग्रुप बी में शामिल किया जाए।
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