Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Eye Flu: फरीदाबाद में 70 प्रतिशत तक बढ़े आइ फ्लू के रोगी, बरतें ये सावधानियां

Eye Flu Cases फरीदाबाद में आइ फ्लू तेजी से फैल रहा है। निजी एवं सरकारी दाेनों अस्पताल में आंखों की ओपीडी में 70 प्रतिशत रोगी आइ फ्लू की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं। इनमें से दो से चार रोगी ऐसे भी होते हैं जो घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलने पर पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों को फ्लू अधिक परेशान कर रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Tue, 01 Aug 2023 03:45 PM (IST)
Hero Image
Eye Flu: फरीदाबाद में 70 प्रतिशत तक बढ़े आइ फ्लू के रोगी, बच्चों में मिल रही है अधिक समस्या

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जिले में आइ फ्लू तेजी से फैल रहा है। निजी एवं सरकारी दाेनों अस्पताल में आंखों की ओपीडी में 70 प्रतिशत रोगी आइ फ्लू की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं।

इनमें से दो से चार रोगी ऐसे भी होते हैं, जो घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलने पर पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों को फ्लू अधिक परेशान कर रहा है। आइ फ्लू की समस्या स्कूल जाने वाले बच्चों में अधिक मिल रही है।

उल्लेखनीय है कि मानसून में लोग संक्रमण और बीमारियों से परेशान रहते हैं। ह्यूमिडिटी (आर्द्रता) के कारण कई तरह की बीमारियों और इन्फेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। इस मौसम में वायरल बुखार, त्वचा, पेट, आइ फ्लू की समस्या बढ़ने की आशंका रहती है।

इन दिनों में आंखों में संक्रमण तेजी से बढ़ रही हैं। लोग आंखों में दर्द, लालपन, पानी आना और आंखों में चिपचिपी की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। अकेले नागरिक अस्पताल की आंखों की ओपीडी में 150 से में 70 से 80 रोगी आइ फ्लू की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं।

इसी प्रकार निजी अस्पताल में 50 रोगियों की ओपीडी में 30 रोगी आइ फ्लू के ही हैं। बता दें कि आइ फ्लू को कंजेटिवाइटिस भी कहा जाता है।

नागरिक अस्पताल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता गोयल के अनुसार आंखों में हल्के दर्द और पानी निकलने से आइ फ्लू की समस्या की शुरुआत होती है और एक दिन में ही आंखों से चिपचिपा पदार्थ निकलने लगता है। इसके चलते लोगों को धुंधला दिखाई देना शुरू हो जाता है। इनके अनुसार कई लोग तो ऐसे भी आ रहे हैं, जिनका आई फ्लू घरेलू उपचार से ठीक नहीं हुआ। ऐसे लोगों में अधिक समस्या हो रही है।

आई फ्लू के लक्षण 

  • आंखें लाल होना और सूजन आना।
  • आंखों से खून भी आ सकता है।
  • खुजली, दर्द और गड़न महसूस होना।
  • आंखों से लगातार पानी आना।
  • पलकों पर सूजन व खुजली होना।
  • धुंधला नजर आना।
  •  पलकें आपस में चिपक जाती हैं।
  • तेज रोशनी चुभती है।

यह सावधानी बरतें 

- आइ फ्लू पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

- आइ फ्लू के व्यक्ति को काला चश्मा पहनकर रखना चाहिए।

- आइ फ्लू होने पर आंखों की ठंडे पानी या बर्फ से सिकाई करनी चाहिए।

- बार-बार आंखों को छूने से बचना चाहिए।

- तेज धूप या रोशनी में निकलने से परहेज करें।

- गुलाब जल सहित अन्य घरेलू उपचार से आंखों को हानि पहुंचती है।

आइ फ्लू एक संक्रामक रोग है और स्कूल जाने वाले यह बच्चों में तेजी से फैल रहा है। यदि किसी को आई फ्लू है, तो वह स्वयं ही स्वस्थ लोगों के संपर्क में आने से बचे। आंखों से समय-समय पर साफ पानी से धोएं।

- डॉ. अजय पाठक, नेत्र रोग विशेषज्ञ

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें