Faridabad: विधायक की फर्जी मोहर से बना दिए 38 नाइजीरियाई नागरिकों के आधार कार्ड, बनाने वालों की भी तलाश जारी
फरीदाबाद में फरीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा की फर्जी मुहर का इस्तेमाल कर आधार कार्ड बनाए जाने के मामले में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। अब पुलिस आधार कार्ड बनाने वाले की तलाश कर रही है।
By Harender NagarEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Sun, 12 Feb 2023 04:52 PM (IST)
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। फरीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा की फर्जी मुहर का इस्तेमाल कर आधार कार्ड बनाए जाने के मामले में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। ये सभी आधार कार्ड नाइजीरियाई नागरिकों के बने हैं। इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आधार कार्ड बनवाने वाले लोगों की जानकारी पुलिस के साथ साझा की है।
पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा को मामले की गहन जांच के लिए कहा गया है। उन्होंने डीसीपी क्राइम को इस मामले की जांच सौंपी है। ये आधार कार्ड बनकर तैयार हुए तो इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आडिट में इन्हें संदिग्ध मानते हुए विधायक नीरज शर्मा से उनकी मुहर का इस्तेमाल करने की बाबत पूछा था। विधायक नीरज शर्मा ने मंत्रालय से साफ कहा कि उन्होंने इन लोगों के सत्यापन के लिए अपनी मुहर का इस्तेमाल नहीं किया। तब मंत्रालय ने इन नागरिकों की जानकारी पुलिस आयुक्त को सौंपी है।
दिए गए पते पर नहीं मिले नाइजीरियाई नागरिक
डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से आधार कार्ड बनवाने वाले नाइजीरियाई नागरिकों और जिस पते पर उनके आधार कार्ड बने हैं, उनकी जानकारी सौंपी है। जब पुलिस की टीम उन पतों पर पहुंची तो पते फर्जी मिले। सभी आरोपितों ने अपने वास्तविक नामों से आधार कार्ड बनवाए हैं।आधार कार्ड बनाने वालों की भी तलाश जारी
अब पुलिस आधार कार्ड बनवाने वाले नाइजीरियाई नागरिकों की तलाश कर रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा कि इस तरह आधार कार्ड बनवाने के पीछे उनका मकसद क्या है। डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से यह जानकारी मांगी गई है कि आधार कार्ड कहां से बने।यह जानकारी मिलने के बाद आधार कार्ड बनाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नाइजीरियाई नागरिकों के आधार कार्ड किसी ने जान-बूझकर बनाए हैं। नाइजीरियाई नागरिक अलग से पहचान में आ जाते हैं। जब वे आधार कार्ड बनवाने पहुंचे तभी सेंटर संचालक को मालूम चल गया होगा कि वे दूसरे देश के नागरिक हैं।
सेंटर संचालक ने ही विधायक की फर्जी मुहर लगाकर लेटरहेड उपलब्ध कराया होगा। दो साल पहले पुलिस ने गांव भतौला में भी एक व्यक्ति को नाइजीरियाई नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसने दो हजार रुपये लेकर आधार कार्ड बनाए थे।
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