Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फरीदाबाद में पुलिस ने चलाया स्पेशल अभियान, धड़ाधड़ काटे 746 चालान; हरकत में आए लोग

    फरीदाबाद में यातायात पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। 18 से 22 अगस्त तक चले इस अभियान में 22 हजार से ज़्यादा वाहनों की जाँच हुई और 746 चालकों के चालान काटे गए। डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है क्योंकि शराब पीकर गाड़ी चलाने से गंभीर हादसे होते हैं। पुलिस लोगों को जागरूक भी करती है।

    By Parveen Kaushik Edited By: Sonu Suman Updated: Sat, 23 Aug 2025 04:36 PM (IST)
    Hero Image
    शराब पीकर वाहन चलाने वालों के 746 के किए चालान।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ यातायात पुलिस ने 18 अगस्त से 22 अगस्त तक स्पेशल अभियान चलाया था। यह अभियान प्रतिदिन शाम सात से रात 11 बजे तक चलाया गया। मुख्य रूप से शराब ठेकों, टोल प्लाज़ा के आसपास एवं अन्य स्थानों पर अभियान चलाया गया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अभियान के तहत यातायात पुलिस के अलावा सभी थाना-चौकियों द्वारा 22 हजार से अधिक वाहन चालकों की जांच की गई। जांच के दौरान शराब का सेवन कर वाहन चला रहे 746 चालकों के चालान काटे गए।

    घटनाओं पर अंकुश लगाना उद्देश्य

    डीसीपी ट्रैफिक जयवीर राठी ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना है। शराब पीकर वाहन चलाने से कई बार बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे वाहन चालक न केवल अपनी बल्कि अन्य वाहन चालकों की जान जोखिम में डाल देते हैं।

    यातायात पुलिस व कम्युनिटी पुलिसिंग यूनिट समय-समय पर आमजन व वाहन चालकों को नशे के दुष्परिणाम व ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति जागरूक करती रहती है। इसके बावजूद भी कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। पुलिस का उद्देश्य सड़कों पर यातायात व्यवस्था बनाए रखना और सड़क हादसों में कमी लाना है।

    10 हजार का है चालान

    मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 185 के अनुसार शराब पीकर वाहन चलाना दंडनीय अपराध है, जिसके तहत 10 हजार रुपये तक का जुर्माना, छह महीने तक की जेल, या ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन हो सकता है।

    यह भी पढ़ें- 'राम नाम सत्य है', वॉट्सऐप पर लिखकर शख्स ने दे दी जान; सामने आई खौफनाक फैसले की वजह