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Faridabad: दिल्ली-आगरा हाइवे पर 20 नवंबर को बाधित हो सकता है यातायात, रखे जाने हैं इंटरचेज के लिए गाडर

Faridabad दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैल गांव के पास इंटरचेंज के लिए गाडर रखे जाने का काम इस माह के तीसरे सप्ताह में होगा। अब इन पिलरों पर 60-60 मीटर लंबे 60 फुट ऊंचाई पर आठ गाडर रखे जाने हैं।

By Susheel BhatiaEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Mon, 07 Nov 2022 06:38 PM (IST)
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Faridabad: दिल्ली-आगरा हाइवे पर 20 नवंबर को बाधित हो सकता है यातायात : जागरण
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता: दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैल गांव के पास इंटरचेंज के लिए गाडर रखे जाने का काम इस माह के तीसरे सप्ताह में होगा। यह तिथि 20 नवंबर सकती है। पहले यह जानकारी दी गई थी कि नवंबर के प्रथम सप्ताह में यह काम हो सकता है, पर वैकल्पिक मार्गों का चयन न होने के कारण तिथि आगे बढ़ाई गई। कैल गांव के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का इंटरचेंज बनाया जा रहा है, यहां हाइवे पर दोनों ओर पिलर खड़े किए जा चुके हैं।

अब इन पिलरों पर 60-60 मीटर लंबे, 60 फुट ऊंचाई पर आठ गाडर रखे जाने हैं। इसके लिए वाहनों का आवागमन आधे-आधे घंटे के लिए चार बार पूरी तरह बंद करना पड़ेगा। कैल गांव के पास चूंकि प्रमुख मार्गों पर डाइवर्जन नहीं है, इसलिए एनएचएआइ अधिकारियों के लिए यह बड़ी चुनौती बनी हुई है।

उनके पास सिर्फ गांवों का मार्ग वैकल्पिक रूप में है, पर यह मार्ग जर्जर व संकरे हैं, इसलिए आने वाले दिनों में मुश्किलें खड़ी होंगी। मुश्किलों के समाधान के लिए अब एक्सप्रेस-वे की कंस्ट्रक्शन कंपनी यातायात पुलिस व प्रशासन से संपर्क कर रही है।

सुरक्षित व सुगम आवागमन होने के कारण है अति व्यस्त हाईवे

यह मार्ग देश के प्रमुख राजमार्गों में से एक है। यहां से दिल्ली-कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी तक के वाहनों का आवागमन रहता है। सिक्स लेन हो जाने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग से निकलना अति सुविधाजनक और सुरक्षित है। प्रमुख शहरों से जुड़ा होने के कारण इस पर 24 घंटे सघन यातायात रहता है। इसलिए यातायात को आधा घंटा के लिए रोकना भी बड़ी चुनौती है। तब दोनों ओर कई-कई किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लगने की आशंका है।

दो गाडर रखने के लिए चाहिए आधा घंटा

यहां कुल आठ गाडर रखकर राजमार्ग के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जोड़ दिया जाएगा। गाडर राजमार्ग से करीब 60 फुट ऊंचाई पर रखे जाएंगे, ताकि नीचे से बड़े वाहनों के आवागमन में कोई दिक्कत न रहे। एक साथ दो गाडर रखे जाएंगे। इन्हें रखने के लिए कम से कम आधा घंटा चाहिए। दो गाडर रखने के बाद काम रोककर कुछ देर के लिए वाहनों का आवागमन शुरू किया जाना प्रस्तावित है। यातायात का दबाव हल्का होते ही फिर से दो गाडर रखे जाएंगे। इस तरह चार बार आधे-आधे घंटे के लिए राजमार्ग पर आवागमन बंद होगा।

बाईपास पर बन रहा है एक्सप्रेस-वे, इसलिए वैकल्पिक मार्ग भी है बंद

बाईपास पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बन रहा है। निर्माण कार्य होने के चलते यहां आवागमन बंद है। यहां कालिंदीकुंज से फरीदाबाद सेक्टर-37 तक आगरा नहर के साथ सड़क तैयार की जा रही है और कैल गांव तक बाईपास रोड को चौड़ा कर 12 लेन किया जा रहा है। कैल गांव से आगे सोहना तक छह लेन सड़क बनाई जा रही है, जो केएमपी एक्सप्रेस वे के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से कनेक्ट होगी। कैल गांव के पास यह एक्सप्रेस वे दिल्ली-आगरा राजमार्ग को पार कर रहा है। यहीं पर इंटरचेंज बनाया जा रहा है।

ये है संभावित रूट

-पलवल की तरफ जाने वाले यातायात को बाईपास रोड पर मोड़कर साहूपुरा चौक से सुनपेड़ गांव की तरफ डायवर्ट किया जाए। यहां से वाहन चालक डीग व प्याला होते हुए वापस हाइवे तक पहुंच सकेंगे।

-दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहन चालकों को पृथला गांव के पास दूधौला मोड से ततारपुर गांव की तरफ मोड़ा जा सकता है। यहां से जटौला, असावटी, डीग, सुनपेड़ व साहूपुरा होते हुए बाईपास रोड तक आ सकेंगे और यहां से कैल गांव के पास हाइवे पर पहुंच सकेगा।

गाडर रखने के दौरान हाइवे पर आवागमन बंद करना चुनौती है। इसलिए आसपास गांव से होते हुए रास्तों का निरीक्षण कर लिया है। वाहन चालकों को परेशान तो होगी लेकिन और विकल्प नहीं है। 20 नवंबर को ये काम करने की योजना है, पर अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। -हर्ष कौशिक, प्रबंधक, कंस्ट्रक्शन कंपनी, एक्सप्रेस-वे

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