हरियाणा के पूर्व सीएम की बहू का वाट्सएप हैक कर दोस्तों से मांगे पैसे, शातिर ने बस एक कोड से किया फोन हैक
दर्शना गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनके पास एक काल आई। काल करने वाले ने कहा कि आपके यहां इंटरनेट को लेकर शिकायत दर्ज हुई है। वो उसकी बातों में आ गईं कोड डायल करने को कहा जो करते ही फोन हैक हो गया।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Thu, 14 Jul 2022 05:32 PM (IST)
फरीदाबाद [हरेंद्र नागर]। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता की पुत्रवधू सेक्टर-21ए निवासी दर्शना गुप्ता का वाट्स-एप हैक कर साइबर ठगों ने 85 हजार रुपये ठग लिए। यह रुपये दर्शना के दोस्तों व रिश्तेदारों को मैसेज भेजकर ठगे गए। दर्शना गुप्ता की शिकायत पर साइबर थाना एनआइटी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक कोड डायल करते ही फोन हुुआ हैक
दर्शना गुप्ता ने पुलिस को बताया कि 12 जुलाई को उनके पास एक काल आई। काल करने वाले ने कहा कि आपके यहां इंटरनेट को लेकर शिकायत दर्ज हुई है। वो उसकी बातों में आ गईं। काल करने वाले ने उन्हें अपने मोबाइल पर एक कोड डायल करने को कहा। उन्होंने जैसे ही कोड डायल किया। इसके कुछ समय बाद ही उनके पास दोस्तों और रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए कि आपको रुपयों की क्या जरूरत पड़ गई।
दोस्तों की काल के बाद फोन हैक करने का चला पता दर्शना गुप्ता ने उनसे कहा कि रुपयों की तो कोई जरूरत नहीं है। तब उन्होंने बताया कि आपके वाट्स-एप से रुपयों की मांग करते हुए मैसेज उनके पास आया है। तब दर्शना को मालूम चला कि वाट्स-एप हैक हुआ है।
दोस्तों ने भेजे 85 हजार रुपयेदर्शना गुप्ता सेक्टर-21ए आरडब्ल्यूए की सदस्य हैं। वे बनारसी दास गुप्ता फाउंडेशन से भी जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा कई प्रमुख वाट्स-एप ग्रुप में वे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने तमाम ग्रुप और अपने संपर्कों को मैसेज करके वाट्स-एप हैक होने की जानकारी दी और किसी को रुपये न भेजने को कहा, पर तब तक पांच लोगों ने करीब 85 हजार रुपये साइबर ठगों के बताए बैंक खाते में डाल दिए थे। दर्शना गुप्ता का कहना है कि ये पांच लोग तो उनके संज्ञान में आ गए, हो सकता है कि किसी और ने भी रुपये डाले हों। बता दें स्वर्गीय बनारसी दास गुप्ता एक दिसंबर 1975 से 30 अप्रैल 1977 तक तथा दोबारा 22 मई 1990 से 12 जुलाई 1990 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे थे।
क्या कहती है पुलिसवाट्स-एप हैक कर रुपयों के लिए मैसेज भेजने का जिले में यह संभवत: पहला मामला है। इससे पहले फेसबुक अकाउंट हैक करके या डमी अकाउंट बनाकर फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों से रुपये मांगने के मामले सामने आते थे। जिस बैंक खाते में रुपये गए हैं, वह हमने सीज करा दिया है। दर्शना गुप्ता का वाट्स-एप अकाउंट भी हैकिंग से हटा दिया है। साइबर ठगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बसंत सिंह, प्रभारी साइबर थाना
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