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Faridabad News: गड्ढे में डूबने से साढ़े चार साल के बच्चे की मौत, पैर फिसलने की वजह से हुआ हादसा

फरीदाबाद के पल्ला थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ जहां डिस्पोजल के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबकर साढ़े चार साल के बच्चे की मौत हो गई। नगर निगम की लापरवाही से खुला छोड़ा गया गड्ढा बारिश के पानी से भर गया था जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया है।

By Parveen Kaushik Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 29 Sep 2024 03:29 PM (IST)
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इसी गड्ढे में डूब कर हुई है बच्चे की मौत। फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पल्ला थाना क्षेत्र की सूरदास कॉलोनी में डिस्पोजल के लिए खोदे गए 40 फुट गहरे गड्ढे में डूबकर साढ़े चार साल के बच्चे की मौत हो गई।

डिस्पोजल का काम करीब तीन साल से चल रहा था। मृतक के पिता की शिकायत पर पल्ला थाना पुलिस ने निगम अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतक बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया है।

ऐसे हुआ हादसा

नेहरू एन्क्लेव, सूरदास कालोनी में रहने वाले राधो शाह ने पल्ला थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शिव मंदिर के सामने नगर निगम करीब तीन साल से डिस्पोजल का निर्माण कर रहा है। सड़क की ओर से डिस्पोजल की चहारदीवारी नहीं की हुई है। अंदर करीब 40 फुट गहरा गड्ढा भी खोदा हुआ है। वर्षा की वजह से इस गड्ढे में पानी भर गया था।

शनिवार को उनका साढ़े चार साल का बेटा आर्यन शिव मंदिर के पास खेल रहा था। खेलते हुए वह सड़क को पार कर गया। वहां पैर फिसलने की वजह से गड्ढे में गिर गया और डूबने लगा। आसपास के लोगों ने देखा तो वह गड्ढे में कूद गए। बेटे को बाहर निकालकर लाए। अस्पताल लेकर गए लेकिन वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राधो के एक छोटा और है।

शिकायत दी थी, पर सुनवाई नहीं हुई

समाजसेवी बाबा रामकेवल सैनी ने नगर निगम अधिकारियों को इस गड्ढे और चहारदीवारी न होने की शिकायत की थी। बताया था कि यहां खतरा है। इसके बावजूद निगम अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।

बाद में इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक भेजी गई थी। यदि निगम अधिकारी समय पर संज्ञान ले लेते तो इस बच्चे की जान नहीं जाती। गड्ढे के आसपास बेरिकेडिंग भी नहीं थी। इस मामले में सीधे तौर पर अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता, एसडीओ, जेई व संबंधित ठेकेदार की लापरवाही मानी जा रही है।

क्या बोले जिम्मेदार?

नगर निगम के अधीक्षण अभियंता ओमबीर सिंह ने बताया कि डिस्पोजल का काम अमृत योजना के तहत चल रहा है। इस जोन के कार्यकारी अभियंता नितिन कादियान हैं। काम पूरा होने की डेडलाइन 31 दिसंबर तक है। रिहायश की ओर चहारदीवारी क्यों नहीं की गई, इसकी जांच कराई जाएगी।

लापरवाही से हुए हादसे

  • 13 सितंबर की रात को निगम अधिकारियों और पुलिस की लापरवाही की वजह से ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में डूबकर बैंक के वाइस प्रेसीडेंट पुन्याश्रय शर्मा व कैशियर विराज द्विवेदी की मौत हो गई थी, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
  • 28 जून 2024 को डबुआ कालोनी थाने के अंतर्गत 17 नंबर चुंगी के पास सीवर के खोदे गए गड्ढे में 25 वर्षीय युवक विमल बाइक सहित गिर गए थे। उसकी मौकै पर ही मौत हो गई थी। इसमें एफएमडीए अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। कोई गिरफ्तारी नहीं
  • 10 अप्रैल 2022 को सेक्टर-56 में खुले मैनहोल में गिरकर बैंककर्मी हरीश वर्मा की मौत हो गई थी। तीन महीने बाद इनकी शादी थी। वह शिव दुर्गा विहार में रहते थे। नगर निगम अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
  • 18 जून 2023 को सेक्टर-59 में दुकान बंद कर घर जा रही महिला सविता का चार साल का बेटा आनंद खुले मैनहोल में गिर गया। उसकी मौत हो गई थी। एचएसवीपी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। ना कार्रवाई आगे बढ़ी और ना ही किसी को गिरफ्तार किया गया है।

मौके पर जाकर जांच की गई थी। सरासर लापरवाही दिखाई दी। रिहायश की ओर से चहारदीवारी नहीं की गई थी। जबकि सामने सड़क भी है। काफी लोग आते-जाते हैं। घर भी हैं। खतरा दिखाई दे रहा था, इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही नहीं गैर इरादतन हत्या की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द एक टीम नगर निगम जाएगी और आरोपित अधिकारी के बारे में पता करेगी। - इंस्पेक्टर कुलदीप दहिया, पल्ला थाना प्रभारी

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