Faridabad Crime: NCERT में सहायक प्रोफेसर लगाने के नाम पर 14.50 लाख ठगे, झांसे में आकर हुए शिकार
एनसीईआरटी दिल्ली में सहायक प्रोफेसर लगाने के नाम पर एक व्यक्ति ने साढ़े 14 लाख रुपये हड़प लिए। यह डील कुल 30 लाख रुपये में हुई थी। आरोपित ने पीड़ित से 15 लाख रुपये एडवांस लिए थे। 50 हजार रुपये उसने लौटा दिए थे। बाकी हड़प कर गया। उसने वादा किया कि वह उसकी पत्नी का चयन जरूर करा देगा। झांसे में आकर उसने रुपये गंवा दिए।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। एनसीईआरटी दिल्ली में सहायक प्रोफेसर लगाने के नाम पर एक व्यक्ति ने साढ़े 14 लाख रुपये हड़प लिए। यह डील कुल 30 लाख रुपये में हुई थी। आरोपित ने पीड़ित से 15 लाख रुपये एडवांस लिए थे। 50 हजार रुपये उसने लौटा दिए थे। बाकी हड़प कर गया।
डबुआ थाने में भनकपुर गांव के रहने वाले परमवीर रावत ने दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी ने एनसीईआरटी दिल्ली में सहायक प्राेफेसर के पद के लिए आवेदन किया हुआ था। उसके इंटरव्यू की तारीख 25 अप्रैल 2023 थी। वह सेक्टर-49 में रहने वाले शिवराम को 2018 से थोड़ा-बहुत जानता था। इसलिए उसने इंटरव्यू के लिए शिवराम से बात की।
शिवराम ने उसे बताया कि उसकी शिक्षा मंत्रालय में जान-पहचान है। उसने वादा किया कि वह उसकी पत्नी का चयन जरूर करा देगा। उसने उसे इस तरह की बातें की कि वह उसके झांसे में आ गया। शिवराम ने इस काम के लिए 30 लाख रुपये मांगे। 15 लाख रुपये इंटरव्यू से पहले और बाकी काम होने के बाद। उसने यह भी कहा था कि यदि आपका काम नहीं हुआ तो तुरंत पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इस बारे में उसने अपने स्वजन से बात की और 10 मई 2023 को 15 लाख रुपये का इंतजाम कर शिवराम के घर चला गया।
विश्वास दिलाने के लिए शिवराम ने उसकी मुलाकात शिक्षा मंत्रालय के एक आदमी से कराई। उस आदमी का नाम उमाकांत त्रिपाठी बताया गया। मई के आखिर में इंटरव्यू का परिणाम आया। इसमें उसकी पत्नी का नाम नहीं था। उसने इस बारे में शिवराम से पूछा। शिवराम ने कहा तुम्हारा काम नहीं हुआ है। वादे के अनुसार उसने अपने 15 लाख रुपये वापस मांगे। शिवराम आज-कल करता रहा लेकिन पैसे देने को तैयार नहीं था। तरह-तरह के बहाने बनाता रहा। उसने उमाकांत त्रिपाठी से इस बारे में बात की।
उमाकांत ने बताया कि उसे शिवराम ने पैसे नहीं दिए हैं और न ही कोई पैसों की बात हुई है। अगर मुझे पैसा दिया है। तो स्वामी शिवराम से मेरी आमने सामने बात कराओ। यही बात उसने शिवराम को बताई और पैसा वापस मांगा। 19 जुलाई 2023 को शिवराम ने उसे 50 हजार रुपये लौटाए। बाकी साढ़े 14 लाख रुपये 31 जुलाई 2023 तक देने की बात कही। लेकिन तय समय पर पैसे नहीं दिए गए। सात अगस्त 2023 को शिवराम ने उसे अपने घर बुलाया। लेकिन वह वहां नहीं मिला।
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