प्रत्याशियों की अग्निपरीक्षा: फरीदाबाद की चार विधानसभा सीट से नहीं जीता कोई भी लगातार दो बार चुनाव, पढ़ें इतिहास
राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले के चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे रहे हैं जहां से कोई भी विधायक लगातार दो बार चुनाव नहीं जीता है। ये एक अलग ही रिकॉर्ड है। हर बार नये चेहरे की जीत होती आई है। ये विधानसभा हैं पृथला एनआईटी तिगांव और फरीदाबाद। अब देखना है कि इस बार ये रिकॉर्ड फिर से दोहराया जाता है या फिर टूटता है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद जिले के चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे रहे हैं जहां से कोई भी विधायक लगातार दो बार चुनाव नहीं जीता है। हर बार नया विधायक चुनकर यहां के मतदाता विधानसभा क्षेत्र में भेजते हैं। 2009 में परिसीमन के बाद पृथला, फरीदाबाद, तिगांव और एनआईटी विधानसभा क्षेत्र अलग से अस्तित्व में आए हैं।
चौंकाने वाले आंकड़े
इन चार विधानसभा क्षेत्र का अभी तक इतिहास रहा है की कोई भी विधायक लगातार दो बार चुनाव नहीं जीता। पृथला से 2009 में कांग्रेस के विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया, 2014 में बसपा विधायक टेकचंद शर्मा, 2019 में निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत, तिगांव विधानसभा क्षेत्र से 2009 में कृष्ण पाल गुर्जर।
2014 में कांग्रेस के ललित नागर, 2019 में भाजपा के राजेश नागर, एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में 2009 में निर्दलीय विधायक शिवचरण लाल शर्मा, 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक नागेंद्र भडाना, 2019 में कांग्रेस के नीरज शर्मा।
इतिहास टूटेगा या नहीं, भविष्य करेगा तय
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से 2009 में कांग्रेस के आनंद कौशिक, 2014 में भाजपा के विपुल गोयल, 2019 में भाजपा के नरेंद्र गुप्ता विधायक चुने हैं। अब देखना है कि इस विधानसभा चुनाव में इन क्षेत्रों से कोई विधायक पुराने इतिहास को तोड़ता है या नहीं।