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Murder Case: पुलिस के हाथ लगी CCTV फुटेज, गोली मारते दिखे आरोपी; सामने आई कांग्रेसी नेता के भाई के मर्डर की वजह

Faridabad Murder Case हरियाणा के फरीदाबाद में हुए कांग्रेसी नेता के भाई की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगी है। सीसीटीवी फुटेज में आरोपित कुणाल भड़ाना को गोली मारते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस जल्द ही इस पूरी वारदात का खुलासा करेगी।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Tue, 02 Jul 2024 10:03 AM (IST)
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कुणाल भड़ाना को गोली मारते सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए आरोपित। (जागरण फोटो)
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। नवादा कोह निवासी कांग्रेसी नेता रिंकू भड़ाना के छोटे भाई कुणाल भड़ाना को गोली मारने की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है।

वहीं, फुटेज में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि कुणाल भड़ाना मस्जिद चौक के पास देर रात किसी का इंतजार कर रहा था। तभी एक कार आई और उसमें से कुछ युवक उतरे।

आरोपितों से हुई थी कुणाल की कहासुनी

इस दौरान कुणाल के साथ एक युवक की आरोपितों से कुछ कहासुनी हुई। जैसे ही बीच में कुणाल आया तो एक आरोपित ने उसे गोली मार दी। इसके बाद कुणाल सड़क पर गिर गया।

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आरोपितों की तलाश में जुटीं तीन टीमें

वहीं, डबुआ थाने में हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। क्राइम ब्रांच की तीन टीमें आरोपितों की तलाश में जुट गई हैं। पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया हुआ है और पूछताछ जारी है।

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मोर्चरी के बाहर पहुंचे थे काफी लोग

हादसे के बाद नवादा कोह गांव से काफी ग्रामीण व रिंकू और मृतक कुनाल के मिलने वाले लोग बादशाह खान नागरिक अस्पताल की मोर्चरी के बाहर जमा हो गए थे। पूरे परिसर में इतनी गाड़ी आ गई कि जाम लग गया। इस वजह से यहां दो घंटे तक गहमा-गहमी रही। रिंकू ने अपने भाई के शव को लेने से इनकार कर दिया था। एसीपी एनआइटी विष्णु प्रसाद ने उन्हें समझाया, कहा कि 48 घंटे में आरोपित पकड़ में होंगे, लेकिन वह नहीं माने।

अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रही पुलिस

केवल इतना कहा कि आरोपित जब तक गिरफ्तार नहीं होंगे, वह शव नहीं लेंगे। इस बात को लेकर रिंकू की एक-दो लोगों से काफी गर्मा-गर्मी हुई थी। वह गुस्सा हुए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे और खूब रोए। बाद में ग्रामीणों के समझाने पर माने और शव लेने पर राजी हुए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी घटना के बाद ही स्वजन के साथ लगे रहे। कुनाल के अंतिम संस्कार के दौरान भी पुलिस मौजूद रही।

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