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Surajkund Mela 2024: 2 फरवरी से सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ, यहां जानिए टाइम-टिकट की कीमत सहित हर डिटेल

Surajkund Mela 2024 Date दो फरवरी से 18 फरवरी तक लगने वाला मेला सुबह 10 बजे से शुरू हो कर रात आठ बजे तक रहेगा। मुख्य चौपाल व छोटी चौपाल पर दिन भर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा विद्यालय के बच्चे भी अपनी प्रस्तुति देंगे। बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 01 Feb 2024 12:22 PM (IST)
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Surajkund Mela 2024: गुजरात की सांस्कृतिक समृद्धि और प्रगति का मिलेगा संगम

अनिल बेताब, फरीदाबाद। दो फरवरी से 18 फरवरी तक लगने वाले 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को गुजरात की सांस्कृतिक समृद्धि और प्रगति का भी अहसास कराया जाएगा।

सूरजकुंड का कोना-कोना हो रहा रंग-बिरंगा

मेले के थीम स्टेट गुजरात की सांस्कृतिक विरासत और शिल्पकला को दर्शाने के लिए पांच जगह गुजरात गेट बनाए जा रहे हैं। जो मेला परिसर में गेट नंबर एक, दो, पांच, फूड कोर्ट जोन तथा गुजरात जोन में लगाए जाएंगे। वीआइपी गेट के पास ही गुजरात जोन भी बनाया गया है।

इस जोन में गुजरात के 50 से अधिक शिल्पियों को स्टाल उपलब्ध कराए जाएंगे। इस बार के मेले में पार्टनर कंट्री तंजानिया तथा पूर्वोत्तर राज्यों में शामिल असम, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम को कल्चरल थीम स्टेट के रूप में जोड़ा गया है।

दो फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मेले का उद्घाटन करेंगी। तीन फरवरी को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड मेले में विशेष रूप से शिरकत करेंगे।

सोमनाथ मंदिर के करें दर्शन

आप मेला परिसर में गुजरात के सोमनाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। जटिल नक्काशीदार शहद के रंग का यह मंदिर आपको गुजरात के अपना घर के सामने दिखाई देगा। मेला परिसर में कारीगर मंदिर तैयार करने में जुटे हैं।

सेल्फी प्वाइंट भी बनाया

हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से देश-विदेश के पर्यटकों के लिए सूरजकुंड मेला परिसर में खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। उत्तराखंड गेट के पास इस सेल्फी प्वाइंट को आकर्षक रूप दिया गया है। इसके अलावा छोटी चौपाल को भी खूबसूरत रूप दिया जा रहा है।

रात आठ बजे तक चलेगा मेला

मेला सुबह 10 बजे से शुरू हो कर रात आठ बजे तक रहेगा। मुख्य चौपाल व छोटी चौपाल पर दिन भर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा विद्यालय के बच्चे भी अपनी प्रस्तुति देंगे। बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।

मेला परिसर में फैलने लगी खुशबू गुजरात की

मेला परिसर में खुशबू गुजरात की फैलने लगी है। गुजरात अपनी कला व शिल्प की वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है। इनमें जामनगर की बांधनी (बंधाई और रंगाई की तकनीक), रेशमी वस्त्र पटोला, खिलौने, अहमदाबाद व सूरत के लघु मंदिरों का शिल्प तथा पौराणिक मूर्तियां शामिल हैं।

गुजरात जोन में कारीगर इन दिनों सिलाई मशीन पर अलग-अलग पर्दे और सजावटी सामान तैयार कर रहे हैं, जो मेला परिसर में लगाया जाएगा।

टाइमिंग और टिकट प्राइज

Surajkund Mela 2024 Timming : सूरजकुंड मेला हर दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है। मेला 2 फरवरी से 18 फरवरी 2024 तक चलेगा। सोमवार से शुक्रवार यानी वीकडेज में टिकट की कीमत: 120/- रुपये होगी और वीकेंड में टिकट की कीमत 180/- रुपये होगी।

हर शाम कव्वाली और पंजाबी गीतों से जमेगा रंग

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में सूफियाना कलाम के साथ पंजाबी गीतों की भी धूम रहेगी। दो फरवरी को मेले का शुभारंभ किया जाएगा। पहले दिन विभिन्न प्रदेशों के कलाकार रंग जमाएंगे। दूसरे दिन तीन फरवरी को मैथिली ठाकुर भक्ति गीतों की प्रस्तुति देंगी।

चार फरवरी को अलग-अलग देशों के कलाकार इंटरनेशनल म्यूजिक फ्यूजन प्रस्तुत करेंगे। पांच फरवरी को हरियाणवी शाम, छह फरवरी को पूर्वोत्तर राज्य का बेंड, सात फरवरी को गुजराती कलाकार अनिरुद्ध अहीर, आठ फरवरी को हरियाणवी शाम, नौ फरवरी को थीम स्टेट गुजरात का फैशन शो होगा। 10 फरवरी को शिलांग की म्यूजिकल प्रस्तुति दी जाएगी।

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दलेर मेहंदी अपनी प्रस्तुति से जमाएंगे रंग

11 फरवरी को गायक पापोन तथा 12 फरवरी को उस्ताद अहमद हसन व मोहम्मद हसन सूफियाना गीतों व कव्वाली की प्रस्तुति देंगे। 13 फरवरी को पंजाबी गायक दलेर मेहंदी मेले में अपनी प्रस्तुति से रंग जमाएंगे।

वहीं 14 फरवरी को परिक्रमा बैंड, 15 फरवरी को गुजराती गायक गीता और 16 फरवरी को पूर्वोत्तर राज्यों के फैशन शो की प्रस्तुति होगी। 17 फरवरी को गायक कैलाश खेर प्रस्तुति देंगे। समापन वाले दिन 18 फरवरी को अलग-अलग देशों व राज्यों के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे।

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