मेवात में हिंदुओं की दुर्दशा पर विहिप चिंतित, प्रबंध समिति की बैठक में उठा मुद्दा
विहिप का मानना है कि मेवात जो कभी भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का स्थान रहा अब दुर्भाग्य से जिहादियों के षड़यंत्रों से त्रस्त होकर समरसता का अपना मूल चरित्र खो चुका है और बर्बर रोहिंग्याओं का अभयारण्य बन गया है।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 18 Jul 2021 10:31 AM (IST)
फरीदाबाद [बिजेंद्र बंसल]। मेवात से हिंदुओं के पलायन के मुद्दे पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की केंद्रीय प्रबंधन समिति एवं प्रन्यासी मंडल की बैठक में पहले ही दिन इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए चिंता जताई गई। विहिप का मानना है कि मेवात जो कभी भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का स्थान रहा, अब दुर्भाग्य से जिहादियों के षड़यंत्रों से त्रस्त होकर समरसता का अपना मूल चरित्र खो चुका है और बर्बर रोहिंग्याओं का अभयारण्य बन गया है। जिहादी मेवात को हिंदू विहीन बनाना चाहते हैं।
गुरुग्राम से सटे नूंह के फिरोजपुर झिरका, नूंह, पुन्हाना और फरीदाबाद जिले का हथीन क्षेत्र और राजस्थान के अलवर व भरतपुर की सीमा पर बसे गांव मेवात क्षेत्र में आते हैं । इस मुद्दे पर बैठक में चर्चा के बाद विहिप के संयुक्त महामंत्री डाक्टर सुरेंद्र जैन ने बताया कि परिषद ने मतांतरण करने वाले हिंदुओं की घर वापसी कराने का संकल्प लिया है।
बीते वर्ष मेवात पर हुए एक अध्ययन में सामने आए तथ्य विहिप ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दिए थे। अध्ययन में यह जानकारी सामने आई थी कि मेवात के 103 गांव हिंदू रहित हो गए हैं। 90 से अधिक ऐसे गांव हैं जिनमें पांच से कम ही हिंदू परिवार बचे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की थी कि हिंदुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे। इनमें मेवात में जबरन मतांतरण के खिलाफ कानून बनाने, अर्धसैनिक बल की एक टुकड़ी भी तैनात करने का आश्वासन सीएम ने दिया था। ये आश्वासन पूरे नहीं होने पर विहिप ने सरकार से भी नाराजगी जताई है।
मतांतरण जैसे मुद्दों को लेकर कटिबद्ध होगी विश्व हिंदू परिषदबता दें कि पद्मश्री डाक्टर रवींद्र नारायण सिंह को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है। नया दायित्व ग्रहण करने के बाद डा. सिंह ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि वह विहिप के सभी संकल्प पूरा करने के लिए संगठन को सशक्त बनाएंगे और देश व हिंदू समाज के समक्ष आ रही नई चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक नीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण शुरू होने के बाद विहिप अन्य बड़े लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
मतांतरण, हिंदू-मुसलमानों के बीच लगातार बढ़ रही जनसंख्या की असमानता, समान नागरिक संहिता जैसे संकल्पों को पूरा करने के लिए विहिप कटिबद्ध होगी। दुनिया भर में हिंदुओं की नई पीढ़ी को भी सनातन धर्म और संस्कारों से जोड़ने का अभियान यथावत चलता रहेगा। परिषद का प्रयास रहेगा कि देश अथवा राज्य में हिंदुओं के हितों का चिंतन करने वाली सरकार बने।
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