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PM Svanidhi Yojana: क्‍या है पीएम स्‍वनिधि योजना? अपना बिजनेस करने के लिए मिलता है सस्ता लोन

अब कर्मयोगी और दूधिया को भी पीएम स्वनिधि (PM Svanidhi Yojana) स्ट्रीट वेंडर योजना का लाभ मिल सकेगा। अब नए दिशा-निर्देशों के अनुसार नगर परियोजना अधिकारी कार्यालय ने तैयारी शुरू कर दी है। शहर के कर्मयोगी और दूधिया को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे स्ट्रीट वेंडर की तरह पंजीकरण करवा लें। इस योजना को कोराना के समय शुरू किया गया था।

By Anil Betab Edited By: Abhishek Tiwari Published: Tue, 20 Feb 2024 04:13 PM (IST)Updated: Tue, 20 Feb 2024 04:13 PM (IST)
PM Svanidhi Yojana: अब कर्मयोगी और दूधिया को भी मिलेगा पीएम स्वनिधि योजना का लाभ

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। अब कर्मयोगी और दूधिया को भी पीएम स्वनिधि (PM Svanidhi Yojana) स्ट्रीट वेंडर योजना का लाभ मिल सकेगा। वे भी 10 से 50 हजार रुपये का ऋण लेकर अपने काम को गति दे सकते हैं। केंद्र की इस योजना के तहत पहले रेहड़ी-पटरी वालों के जीवन स्तर को संवारने के लिए ऋण दिया जा रहा था।

अब कर्मयोगी और दूधिया को भी मिलेगा लाभ

अब नए दिशा-निर्देशों के अनुसार नगर परियोजना अधिकारी कार्यालय ने तैयारी शुरू कर दी है। शहर के कर्मयोगी और दूधिया को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे स्ट्रीट वेंडर की तरह पंजीकरण करवा लें। बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के दौर में स्ट्रीट वेंडर के लिए यह योजना शुरू की थी। अब इस योजना से कर्मयोगी और दूधिया को जोड़ा जाएगा।

क्या है योजना?

क्रेंद्र सरकार की ओर से पीएम स्वनिधि योजना (प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि) को 01 जून, 2020 को शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य कोविड-19 महामारी के दौरा में बुरी तरह प्रभावित हुए स्ट्रीट वेंडरों को उनके व्यवसाय के लिए बिना किसी गारंटी के लोन की सुविधा देना था।

योजना के तहत, नियमित भुगतान पर 7 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी के साथ प्रोत्साहन दिया जाता है, और डिजिटल लेनदेन पर प्रति वर्ष 1,200 रुपये तक कैशबैक दिया जाता है।

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मैं अखबार बांटने का काम करता हूं। अगर केंद्र की योजना से थोड़ा ऋण मिल जाएगा तो काम को बढ़ा लूंगा। पत्र के साथ ही पत्रिकाओं की बिक्री भी शुरू कर दूंगा। इससे आय बढ़ेगी।

-जितेंद्र सिह, कर्मयोगी।

केंद्र की पीएम स्वनिधि योजना सराहनीय है। कई बार पैसे की जरूरत पड़ती है और दूध के खरीदार कई बार देरी से पैसे जमा करवाते हैं। ऐसे में आसानी से अगर ऋण मिल जाता है तो बड़ी राहत मिलेगी।

-सुभाष, दूधिया।

मैं पत्र-पत्रिकाएं बांटता हूं। कई बार राशि की जरूरत पड़ती है तो परेशानी होती है। अब अगर पंजीकरण कराने के बाद ऋण मिल जाएगा तो मैं अपने काम को और बढ़ा सकता हूं।

-अमित कुमार, कर्मयोगी।

नए आदेश के अनुसार अब कर्मयोगी और दूधिया भी पीएम स्वनिधि योजना का लाभ ले पाएंगे। इसके लिए हम जल्दी ही विभिन्न क्षेत्रों में शिविर लगाकर कर्मयोगियों को इस योजना की जानकारी देंगे।

-द्वारका प्रसाद, जिला परियोजना अधिकारी।


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