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Nuh Violence: कौन है बिट्टू बजरंगी, गिरफ्तारी से पहले का VIDEO आया सामने; लुंगी पहने भागता दिखा आरोपी

31 जुलाई को ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के लिए रवाना होने से पहले फरीदाबाद से चलते वक्त बिट्टू बजरंगी ने आपत्तिजनक बयान दिया था। उसने कहा था आ रहा हूं नल्हड़ मंदिर स्वागत के लिए तैयार हो जा जाओ अपने जीजा का फूल माला से स्वागत नहीं करोगे। ससुराल में तो स्वागत किया जाता है। यह बयान सोशल मीडिया पर यात्रा आरंभ होने के पहले ही तेजी से वायरल हुआ।

By Abhishek TiwariEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 16 Aug 2023 08:54 AM (IST)
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Nuh Violence: कौन है बिट्टू बजरंगी, गिरफ्तारी से पहले का VIDEO आया सामने
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। बजरंग दल के कार्यकर्ता राजकुमार (बिट्टू बजरंगी) को नूंह क्राइम ब्रांच की टीम ने 31 जुलाई को हुई हिंसा के मामले मंगलवार दोपहर करीब ढ़ाई बजे उसके फरीदाबाद के चाचा चौक स्थित निवास से गिरफ्तार कर लिया।

बिट्टू एक मीडिया चैनल से बातचीत कर रहा था। उसके कुछ देर बाद ही क्राइम ब्रांच प्रभारी संदीप मोर करीब बीस पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे और उसे हिरासत में लेकर नूंह लाए।

नूंह के सिटी थाने में एक नई एफआइआर दर्ज हुई जिसमें बिट्टू को मुख्य आरोपित बना बीस अन्य लोगों के विरुद्ध प्रशासन के रोक के बावजूद धारदार हथियार लेकर भड़काऊ बयान देने तथा सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में एफआइआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।

लुंगी पहनकर भागता दिखा आरोपी

नूंह और गुरुग्राम में हाल ही में हुई हिंसा के सिलसिले में फरीदाबाद के गौरक्षक और बजरंग दल के कार्यकर्ता बिट्टू बजरंगी को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। बिट्टू बजरंगी का गिरफ्तारी से पहले का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो लुंगी पहनकर भागता दिख रहा है और सादे कपड़े पहने पुलिसकर्मी हाथों में लाठियां लिए उसका पीछा करते दिख रहे हैं।

बिट्टू बजरंगी के घर के पास के सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे सादे कपड़ों में पुलिस ने गौरक्षकों का पीछा किया। इस कार्रवाई के दौरान कम से कम 15-20 पुलिसकर्मियों ने लुंगी पहने हुए गौरक्षकों का पीछा किया और कुछ देर पीछा करने के बाद पुलिस ने बिट्टू बजरंगी को पकड़ लिया। इस फिल्मी घटना को देखकर स्थानीय लोग और गौरक्षक आश्चर्यचकित नजर आए।

जलाभिषेक करने के लिए जा रही यात्रा में शामिल था बिट्टू

मामला ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था संभाल रही नूंह की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऊषा कुंडू के बयान पर दर्ज किया गया है। एएसपी ने अपने बयान में बताया कि नल्हड़ स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए जा रही यात्रा में बिट्टू शामिल था। उसके साथ करीब बीस लोग पलवल की ओर से आए और त्रिसूल तथा तलवार हाथ में लेकर आपत्ति जनक नारे लगाने लगे।

एएसपी ने शांति व्यवस्था बनाए रखने को कहा तो पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। इसी बीच पुलिस कर्मियों सभी से त्रिशूल और तलवार लेकर पुलिस की गाड़ी में रख्वा दी जिसे कुछ देर बाद बिट्टू और उसके साथ के लोगों ने लूट लिया। पुलिस कर्मियों ने रोका तो पुलिस के वाहनों के बागे बैठ गए। उन्हें हटाया गया तो पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की।

फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर थाने से दी थी जमानत

31 जुलाई को ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के लिए रवाना होने से पहले फरीदाबाद से चलते वक्त बिट्टू बजरंगी ने आपत्तिजनक बयान दिया था। उसने कहा था आ रहा हूं नल्हड़ मंदिर स्वागत के लिए तैयार हो जा जाओ, अपने जीजा का फूल माला से स्वागत नहीं करोगे। ससुराल में तो स्वागत किया जाता है।

यह बयान सोशल मीडिया पर यात्रा आरंभ होने के पहले ही तेजी से वायरल हुआ। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों सहित नूंह से कांग्रेस के विधायक तथा पुन्हाना से कांग्रेस के विधायक मोहम्मद इलियास ने हिंसा होने की वजह बिट्टू बजरंगी तथा मोनू मानेसर के भड़काऊ वीडियो बताई थी।

तीन अगस्त को बिट्टू को क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 ने गिरफ्तार कर लिया था। भड़काऊ टिप्पणी के लिए बिट्टू के खिलाफ डबुआ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसी दिन उसे थाने से ही जमानत मिल गई थी।

उसी दिन क्यों नहीं किया नूंह पुलिस ने गिरफ्तार

सवाल यह उठ रहा कि जब फरीदाबाद पुलिस से बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया तो नूंह पुलिस ने उसी दिन क्यों नहीं गिरफ्तार किया। पुलिस को अदालत में रिमांड पर लेने की अर्जी देनी चाहिए थी। आरोपित उसके बाद चैनलों के स्टूडियों में बैठ बयान देता रहा।

इस सवाल के उत्तर में नूंह के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा हिंसा के बाद बिगड़ी कानून व्यवस्था पटरी पर लानाकार पहली प्राथमिकता थी। जांच की गई सीसीटीवी फुटेज के रूप में सबूत जुटा आरोपित की पहचान कर 15 अगस्त को उसे गिरफ्तार किया गया।

हमने बयान दिया उसके एक घंटे बाद ही यात्रा में शामिल लोगों ने गोली तथा पत्थर चलाने शुरू कर दिया। यात्रा में तलवार पहली बार लेकर नहीं गई थे। अवैध हथियार कोई थे नहीं। हिंसा के लिए तो एक माह पहले ही तैयारी कर ली गई थी। दूसरे प्रदेशों से आए मुस्लिम युवकों अवैध हथियार, पेट्रोल बम तथा पत्थर छत पर जमा कर लिए थे। हमारे ऊपर लगाए गए आरोप गलत हैं। हमारा गला पकड़ कर घर से लाया गया जैसे हमले दो चार लोगों का कत्ल कर दिया हो।

- बिट्टू बजरंगी

कौन है बिट्टू बजरंगी?

फरीदाबाद के प्रमुख गौरक्षक बिट्टू बजरंगी का असली नाम राज कुमार है। वह बजरंग दल का कार्यकर्ता है। इसके साथ-साथ बिट्टू बजरंगी गौरक्षा बजरंग फोर्स का फरीदाबाद प्रमुख है।

31 जुलाई को बजरंग दल के कार्यक्रम (बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा) में हुई हिंसक झड़प मामले में बिट्टू पर धारदार हथियार लेकर भड़काऊ बयान देने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप है। इसी मामले में उसे मंगलवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। नूंह हिंसा मामले में बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

हमारा कार्यकर्ता नहीं बिट्टू बजरंगी - विहिप

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा, "राज कुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, जिसे बजरंग दल कार्यकर्ता बताया जा रहा है, उसका बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा। विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि उसके द्वारा कथित रूप से जारी किए गए वीडियो की सामग्री को भी विश्व हिन्दू परिषद उचित नहीं मानती है।"

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