दिल्ली से सटे इन इलाकों पर चलेगा बुलडोजर? पांच दिन में मकान खाली करने का नोटिस; बेघर हो जाएंगे हजारों लोग
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में यमुना की तलहटी में बसे बसंतपुर डूब क्षेत्र में नगर निगम ने सार्वजनिक नोटिस देकर लोगों को मकान खाली करने को कहा है। ऐसे में यहां अवैध रूप से मकान बना कर रहे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। नगर निगम की ओर से डूब क्षेत्र में बसे शिव इन्क्लेव भाग-दो तीन तथा अजय नगर में जगह-जगह सार्वजनिक नोटिस चस्पा किए गए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Sun, 24 Sep 2023 01:42 PM (IST)
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। यमुना की तलहटी में बसे बसंतपुर डूब क्षेत्र में नगर निगम ने सार्वजनिक नोटिस देकर लोगों को मकान खाली करने को कहा है। ऐसे में यहां अवैध रूप से मकान बना कर रहे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। नगर निगम की ओर से डूब क्षेत्र में बसे शिव इन्क्लेव भाग-दो, तीन तथा अजय नगर में जगह-जगह सार्वजनिक नोटिस चस्पा किए गए हैं।
नगर निगम की अब यहां मकानों को ढहाने की तैयारी है। इसलिए पहले लोगों को नोटिस देकर चेेतावनी दी गई है। नगर निगम की टीम बुधवार को यहां पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई कर सकती है। दिल्ली, जैतपुर के नजदीक सटे फरीदाबाद क्षेत्र के बसंतपुर डूब क्षेत्र में कई हजार मकान बने हुए हैं।
यमुना में आई बाढ़ के कारण प्रशासन ने लिया फैसला
जुलाई में यमुना में जलस्तर बढ़ने के साथ आई बाढ़ के बाद से यह डूब क्षेत्र प्रशासन की नजर में आया था। उस वक्त बाढ़ के चलते हजारों परिवार अपने घर को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए थे। जिला प्रशासन की ओर से यहां बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर लगाए गए थे। अब बाढ़ के लगभग दो महीने बाद नगर निगम ने क्षेत्र में रह रहे लोगों को सार्वजनिक नोटिस जारी कर मकान खाली करने का आदेश जारी किया है।यह भी पढ़ें- Delhi: रोक के बावजूद मकान पर बुलडोजर चलता देख बिफरा दिल्ली HC, डीडीए की कार्रवाई पर की तीखी टिप्पणी
क्या कह रहे जिम्मेदार?
नगर निगम के एसडीओ सुरेंद्र हुड्डा और कनिष्ठ अभियंता योगेश कुमार का कहना है कि डूब क्षेत्र में भवन निर्माण के लिए नगर निगम की ओर से कोई अनुमति नहीं ली गई है। बिना अनुमति के लोगों ने मकान बनाए हैं। इसी के चलते तोड़फोड़ से पहले सार्वजनिक नोटिस जारी किए गए हैं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।