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Faridabad में बनाया जाएगा देश का दूसरा ईएसआइ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, ESI कार्डधारकों को मिलेगी राहत

Faridabad News फरीदाबाद औद्योगिक नगरी में देश का दूसरा ईएसआइ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनेगा। डा. असीम दास की ओर से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने संबंधी प्रस्ताव ईएसआइ कारपोरेशन मुख्यालय को भेजा गया है और अस्पताल सूत्रों के अनुसार इसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Mon, 02 Jan 2023 10:13 AM (IST)
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फरीदाबाद औद्योगिक नगरी में देश का दूसरा ईएसआइ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनेगा।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। फरीदाबाद औद्योगिक नगरी में देश का दूसरा ईएसआइ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनेगा। अस्पताल बनने से गंभीर मामलों में आने वाले मरीजों को रेफर के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। देशभर में कुल 3.5 करोड़ ईएसआइ कार्डधारक हैं। एक कार्डधारक से परिवार सहित औसतन तीन से चार लोग जुड़े हैं।

ईएसआइ कारपोरेशन, मुख्यालय, दिल्ली के रिकॉर्ड के अनुसार लगभग 13.5 करोड़ लोगों के इलाज की जिम्मेदारी ईएसआइ अस्पतालों पर है। मौजूदा समय में किसी कार्डधारक मरीज को सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं की जरूरत पड़ती है तो कई सेवाएं तो पहले से चल रहे ईएएसआइ मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ही दी जा रही हैं। जो सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं, उन मामलों में ईएसआइ कारपोरेशन के पैनल के निजी अस्पतालों में मरीज को रेफर किया जाता है।

अस्पताल को मिली सैद्धांतिक मंजूरी 

बता दे कि वर्तमान में देश का पहला ईएसआइ सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल हैदराबाद में है। ऐसे में अब फरीदाबाद में ईएसआइ सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल बनने से नजदीक होने के कारण दिल्ली-एनसीआर और प्रदेश के अन्य जिलों के कार्डधारक अधिक लाभान्वित होंगे। पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश के कार्डधारकों को भी यहां रेफर किया जा सकेगा।

डा. असीम दास की ओर से सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल बनाने संबंधी प्रस्ताव ईएसआइ कारपोरेशन, मुख्यालय को भेजा गया है और अस्पताल सूत्रों के अनुसार इसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।

पांच एकड़ जमीन में होगा निर्माण

ईएसआइ मेडिकल कालेज परिसर में ही अभी कारपोरेशन के पास लगभग पांच एकड़ जमीन है, जहां सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जा सकता है। जहां तक इस अस्पताल के लिए आवश्यक विशेषज्ञों, उपकरणों तथा स्टाफ की बात है, कई सेवाएं तो मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में पहले से ही चल रही हैं। दो दिन पहले (30 दिसंबर, 22) को केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में ईएसआइसी मेडिकल कालेज व अस्पताल, कोलकाता में हुई बैठक में कार्डधारकों को बेहतर सेवाएं देने के मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा की गई।

पहले से दी जा रही कई सेवाएं और होगा विस्तार

फरीदाबाद के ईएसआइ अस्पताल में सुपरस्पेशियलिटी श्रेणी में आने वाली कई सेवाएं पहले से ही दी जा रही हैं। यहां नेफ्रोलॉजी, ओंकोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभाग पहले से है। डायलिसिस की सुविधा है। अभी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होनी है। ऐसे ही ओपन हार्ट सर्जरी, कॉर्निया ट्रांसप्लांट के साथ ही यहां नेत्र बैंक भी बनेगा।

रेडियोथेरेपी भी हो सकेगी

अब तक देश के किसी भी ईएसआइ अस्पताल में रेडियोथैरेपी की मशीन नहीं है। यहां कैंसर विभाग तो है, मगर अब ईएसआइ कॉरपोरेशन की ओर से फरीदाबाद, चेन्नई तथा हैदराबाद के ईएसआइ मेडिकल कॉलेज में रेडियोथैरेपी की मशीन उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी गई है।

कार्डधारकों की संख्या व परिवार सहित जुड़े लोग

देश भर में ईएसआइ कार्ड धारक: 3.5 करोड़, 13.5 करोड़

हरियाणा में कार्ड धारक: 25 लाख, एक करोड़ 

दिल्ली-एनसीआर: 60 लाख, 2.40 करोड़ 

फरीदाबाद व गुरुग्राम: 20 लाख, 80 लाख

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