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बिजली विभाग ने थमाया एक करोड़ का बिल, शिकायत करने पहुंचे तो जेई ने की अभद्रता, दर-दर भटकने को मजबूर

बड़ोपल बिजली निगम के अधिकारियों की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं। एक करोड़ रुपये का गलत बिल भेजने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने निगम के अधिकारियों को शिकायत भेजी है। जेई विजयपाल के तबादले और गलत बिलों को ठीक करने की मांग की गई है। बिल देखकर ग्रामीण के होश उड़ गए लेकिन उनकी शिकायत कोई नहीं सुन रहा।

By Rajesh Kumar Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 09 Sep 2024 09:35 PM (IST)
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एक करोड़ का बिजली बिल देख, ग्रामीण के उड़े होश, ठीक नहीं करा रहे अधिकारी।
संवाद सूत्र, बड़ोपल। गांव बड़ोपल में स्थित बिजली निगम के उपमंडल कार्यालय के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। एक तो अधिक बिल भेज देते हैं। जब उपभोक्ता उसे ठीक करवाने के लिए जाते हैं तो अधिकारी सुनवाई करना तो दूर ग्रामीणों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। अब ग्रामीणों ने इसको लेकर निगम के अधिकारियों को शिकायत भेजी है।

ग्रामीणों की मांग है कि बड़ोपल बिजली निगम में जेई विजयपाल का तबादला किया जाए व गलत तरीके से बढ़ाकर भेजे गए बिल ठीक किया जाए। गांव बड़ोपल के दलबीर सिंह थालोड़ ने बताया कि उसकी चार दुकान बनाकर किराए पर दी हुई है। इसके लिए दो मीटर लगाए हुए हैं। उन दुकानों का किराया हर महीने भरा जाता है।

दो मीटर का आया एक करोड़ का बिल

दलबीर ने बताया कि इस बार उसके दोनों मीटर का बिल एक करोड़ रुपये भेज दिया गया। एक मीटर का बिल 50 लाख 59 हजार 905 रुपये है तो दूसरे पर 50 लाख 53 हजार 894 रुपये बिल आया है। जिसे अब अधिकारी ठीक नहीं कर रहे।

इसी तरह गांव के एक डेयरी संचालक प्रदीप ने बताया कि उसका भी एक महीने का बिल निगम ने 1 लाख 54 हजार रुपये का भेज दिया। उसे भी अधिकारी ठीक नहीं कर रहे।  जेई का व्यवहार सही नहीं है। ग्रामीण से अभद्र भाषा में बात करता है। बिल ठीक करना तो दूर की बात।

ग्रामीण क्षेत्र के बिल में म्यूनिसिपल टैक्स लगाकर भेजा दलबीर सिंह ने एसडीओ के नाम पर दी गई शिकायत में बताया है कि उसको बिजली निगम ने जो बिल भेजा है। उसमें निगम ने म्यूनिसिपल टैक्स लगाकर भेजा है।

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जेई ने नहीं की सुनवाई

एक बिल में 99 हजार 213 रुपये तो दूसरे में 99 हजार 95 रुपये लगाया है। जबकि गांव बड़ोपल में ग्रामीण विकास फंड के नाम पर टैक्स लग सकता था, लेकिन उसके गलत भेजे बिल में म्यूनिसिपल का टैक्स भेजा है जो की सरासर गलत है।

बिल ठीक करवाने के लिए अपने गांव में बने उपमंडल कार्यालय में गया तो वहां पर एसडीओ नहीं मिले। जेई ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद एसडीओ के नाम की शिकायत देकर आ गए। बुधवार को पूरे मामले को लेकर डीसी व बिजली निगम के एसई एसएस राय से मिलेंगे।

मैं किसी कार्य के लिए बाहर गया हुआ था। शिकायत आने के बाद जांच करवाते हुए आगामी कार्रवाई की जाएगी। मीटर रीडिंग लेने वाले की गलती हुई तो कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

- नगेंद्र सिंह, एसडीओ, बड़ोपल, बिजली निगम।

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