Fatehabad News: जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे विद्यार्थी, रोडवेज विभाग नहीं कर रहा शिकायत का निवारण
फतेहाबाद जिले के भट्टूकलां में विद्यार्थी जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। शिकायतों के बावजूद रोवडेज विभाग कुंभकरण की नींद सो रहा है। सुबह के समय बस सेवा कम होने के कारण परेशानी होती है। ऐसे में स्कूल व कॉलेज जाने में देरी होती है। ऐसे में छात्राओं को लटकर सफर करना पड़ता है। जिससे अभिभावक भी परेशान हैं।
भट्टूकलां/फतेहाबाद, सुरेश सोलंकी। एक तरफ रोडवेज विभाग दावा करता है कि यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। लेकिन हकीकत पर नजर डालेंगे तो इससे परे है। एक शहर से दूसरे शहर जाना है तो बस की सेवा आसानी से मिल जाएगी। लेकिन गांवों में अब भी दिक्कत है। एक गांव से दूसरे गांव जाना है तो रोडवेज ही एक सहारा है। समय तय होने के बावजूद अनेक बसें समय पर नहीं जाती। स्कूल व कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानी होती है। न तो सुबह समय पर स्कूल व कॉलेज में पहुंच पाते हैं और न ही समय पर घर जा पाते हैं।
भट्टूकलां क्षेत्र की बात करें तो विद्यार्थियों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है। सबसे बड़ी बात ये है कि छात्राओं को लटकर सफर करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि रोडवेज विभाग को शिकायत नहीं दी। शिकायत दी गई लेकिन समाधान आज तक नहीं किया गया। यहीं हाल फतेहाबाद से महिला कॉलेज जाने वाली छात्राओं की रहती है। भट्टूकलां जाने वाली बसें तो चलती है लेकिन भीड़ इतनी अधिक हो जाती है कि छात्राओं को लटकर जाना पड़ता है।
खाबड़ा कलां में बसों की सेवाएं कम लोगों में रोष
जान जोखिम में डाल खाबड़ा कलां के स्कूली व कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी बस से भट्टूकलां के लिए सफर कर रहे हैं। लेकिन यहां पर बसों की सेवा भी दुरुस्त नहीं है। सुबह के समय बस सेवा कम होने के कारण परेशानी होती है। ऐसे में स्कूल व कॉलेज जाने में देरी होती है। ऐसे में छात्राओं को लटकर सफर करना पड़ता है। जिससे अभिभावक भी परेशान है। विद्यार्थियों की मजबूरी है कि अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो न तो स्कूल और न ही कालेज समय पर पहुंच सकेंगे।
ग्रामीणों ने क्या कहा?
ग्रामीण मोहित खाबड़ा, सुशील कुमार, मांगेराम, सतबीर, शंकर सिंह, शेर सिंह ने बताया कि उन्होंने हरियाणा परिवहन विभाग फतेहाबाद बस डिपो महाप्रबंधक को लिखित में शिकायत कर बस बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने 23 अगस्त शिकायत भी दी थी। लेकिन इस समस्या का हल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर सुबह 8 बजे के बाद 8 बजकर 45 मिनट पर उन्हें एक ओर बस मिल जाती है तो स्कूल व कालेज जाने वाले विद्यार्थियों सहित ग्रामीणों को भी इस भीड़ से कुछ राहत मिल सकती है। सभी ग्रामीण स्कूली बच्चों ने बस पास बनवा रखे हैं। लेकिन फिर भी उन्हें प्राइवेट वाहनों में मजबूरन सफर करना पड़ रहा है।
मेरे संज्ञान में मामला नहीं आया है। अगर ऐसा है तो समस्या को दुरुस्त करवाया जाएगा। सुबह के समय बसों के फेरों की संख्या भी बढ़ाई गई ताकि विद्यार्थियों को स्कूल व कॉलेज पहुंचने में दिक्कत न आए। - शेर सिंह, महाप्रबंधक, रोडवेज विभाग फतेहाबाद