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Haryana News: नहर में डूब रहे दोस्त को बचा खुद गंवा दी जान, नायब सूबेदार का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्‍कार

Haryana News फतेहाबाद में नहर में डूब रहे दोस्त को बचा नायब सूबेदार ने खुद की जा गंवा दी। शव तीन दिन बाद भाखड़ा नहर के काजल हैड से बरामद कर लिया गया है। रविवार को उसका गांव में बड़े ही गमगीन माहौल व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर सेना के जवानों ने हवाई फायर की सलामी दी।

By Vinod Kumar Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 02 Jun 2024 10:24 PM (IST)
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Haryana News: तीन दिन बाद मिला फौजी मनजीत का शव

जागरण संवाददाता, टोहाना। गांव हांसेवाला निवासी नायब सूबेदार मनजीत सिंह का शव तीन दिन बाद भाखड़ा नहर के काजल हैड से बरामद कर लिया गया है। रविवार को उसका गांव में बड़े ही गमगीन माहौल व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर सेना के जवानों ने हवाई फायर की सलामी दी।

छुट्टी पर आया था घर

उल्लेखनीय है कि मनजीत सिंह जम्मू-कश्मीर सेना में पिछले दस वर्षो से खेल कोटे के तहत नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत था। वह तीन दिन पहले अपने घर छुट्टी आया था। दोपहर बाद वह अपने दो दोस्तों के साथ कुंदनपुरा हैड पर गया था। वहां एक दोस्त जब नहर में नहाते हुए डूबने लगा तो मनजीत सिंह ने छलांग लगाकर उसे तो सकुशल बचा लिया, लेकिन स्वयं पानी के जेत बहाव में बह गया था।

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सूचना मिलने पर गांव के पंच-सरपंच सहित ग्रामीणों ने दिन-रात उसे नहर में तलाशने का अभियान शुरु कर दिया था। शनिवार को देर रात्रि मनजीत का शव काजला हैड में लगे जाल में आकर अटक गया। पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने मनजीत के शव को अपने कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम करवाया। वहीं शव को तिरंगे में लपेटकर सेना के वाहन में गांव हांसेवाला में उनके निवास पर लाया गया।

दस वर्ष पहले खेल काेटे से सेना में भर्ती हुआ था मंजीत

हांसेवाला गांव निवासी मंजीत सिंह खेल कोटे से दस वर्ष पहले सेना में भर्ती हुए थे। जबकि मौजूदा समय में वह 338 मीडियम बटालियन आरटी जम्मू-कश्मीर में बतौर नायब सूबेदार के पद पर तैनात थे। इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया।

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मनजीत की मां ने कहा कि उसका बेटा बॉक्सर था और वह अनेक मेडल जीत चुका था। जबकि मनजीत का बड़ा भाई खेती करता है। उसके पिता का पहले देहांत हो चुका है। मनजीत बेहद मिलनसार स्वभाव का था और देश सेवा का जज्बा उसके मन में होने के चलते ही, वह सेना में भर्ती हुआ था। अब वह एक सप्ताह के लिए छुट्टी लेकर घर आया था, लेकिन इस घटना ने पूरे गांव का झकझोर कर रख दिया।

अंतिम संस्कार में ये रहे मौजूद

अंतिम संस्कार में सेना के अधिकारी, सेवानिवृत सैनिक बोर्ड के प्रधान टोडर मल, एसएचओ सदर देवीलाल, बीडीपीओ हुक्म चंद, नायब तहसीलदार राजविंद्र सिंह, पूर्व विधायक निशान सिंह सहित गांव व आसपास के गांवों के पंच-सरंपच व ग्रामीण उपस्थित थे।

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