Haryana News: 39 दिनों बाद खत्म हुई पटवारियों की हड़ताल, किसानों को बांटेंगे 115 करोड़ का मुआवजा
हरियाणा सरकार ने 39 दिनों के बाद आखिरकार पटवारियों ने हड़ताल खत्म कर दी। इसके बाद वो सोमवार से काम शुरू कर देंगे। अब पटवारियों को सबसे पहले किसानों के लिए आए 125 करोड़ रुपये के मुआवजे का वितरण करना है जिसमें से 10 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं। प्रदेश सरकार ने खरीफ 2022 की फसल खराब होने पर 125 करोड़ रुपये की राशि का मुआवजा जारी किया है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। 39 दिनों के बाद आखिरकार पटवारियों की सरकार ने मांगें मानते हुए वेतन बढ़ोतरी कर दी है। इससे अब पटवारी हड़ताल खत्म करते हुए सोमवार से काम शुरू कर देंगे। अब उनको सबसे पहले जिले के किसानों के लिए आया हुआ सवा सौ करोड़ रुपये का मुआवजा बांटना हैं। हड़ताल से पहले वे 10 करोड़ रुपये बांट चुके थे।
अब बचा हुआ मुआवजा किसानों के खाते में जारी करना है। इसके लिए पहले ही किसान अपने जरूरी दस्तावेज दे चुके हैं, जिन्होंने दस्तावेज जमा नहीं करवाए वे किसान सोमवार को पटवारी के पास मुआवजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। बीमित किसान के आवेदन नहीं लिए जाएंगे।
तीन जनवरी से हड़ताल पर हैं पटवारी
प्रदेश सरकार ने खरीफ 2022 फसल का मुआवजा गत वर्ष ही जारी किया था, लेकिन पटवारियों की हड़ताल की वजह से मुआवजा आगे किसानों को जारी नहीं हुआ। पटवारी अपनी मांगों को लेकर 3 जनवरी से हड़ताल पर है। ऐसे में मुआवजा बंटने में देरी हुई। इसके अलावा जमीनी रजिस्ट्री का कार्य रुक गया। इससे किसानों व आमजन को बड़ी परेशानी आ रही थी। किसान संगठन भी हड़ताल खत्म करने की मांग कर रहे है। सरकार ने सवा महीने बाद पटवारियों व कानूनगो को उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है। ऐसे में उन्होंने भी हड़ताल खत्म कर दी।
ये भी पढ़ें: Palwal Crime: 20 वर्षीय छात्र की गोली मारकर हत्या, प्रॉपर्टी डीलर ने साथी के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम
15 दिनों में जारी कर दिए जाएंगे रुपये, मार्केट में आएगी तेजी
सरकार बीमित किसानों को गत वर्ष मार्च में ही करीब 155 करोड़ रुपये का क्लेम जारी कर चुकी है। अब बीमा न करवाने वाले किसानों के लिए मुआवजा जारी किया है। इस बार बीमित किसान मुआवजा न ले। इसके लिए पहले ही जांच हुई है। जिसके आधार पर बड़े स्तर पर मुआवजा राशि से नाम काटे गए है। इसके अलावा अब किसान मुआवजा के लिए आवेदन करेगा। उसे आवेदन फार्म के साथ बैंक कापी, आधार कार्ड व नंबरदार के हस्ताक्षर करवाने के बाद एक सत्यापित पत्र भी देना होगा। जिसमें वह बताएगा कि उसने बीमा क्लेम नहीं लिया। उसके बाद पटवारी की जांच करते हुए तहसील कार्यालय में दस्तावेज भेजेगा। जहां से मुआवजा सीधे किसानों के खाते में जारी होगा। इससे बाजार में तेजी आएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।