Roadways Bus in Punjab: किसान आंदोलन के चलते पंजाब के लिए बंद पड़ी रोडवेज सुविधा हुई बहाल, इस दिन से यात्री कर सकेंगे सफर
किसान आंदोलन के बाद अब पंजाब के लिए रोडवेज बसों की आवाजाही का रास्ता साफ हो गया है। रतिया के पास घग्घर नदी के पुल पर नाकाबंदी को हटा दिया गया है जिससे पंजाब जाने के लिए रास्ता खुल गया है। किसान आंदोलन के चलते बस सुविधा बीते डेढ़ महीने से बंद थी। अब होली के बाद मंगलवार से बसें पंजाब के लिए दौडेंगी।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। रतिया के पास घग्घर नदी के पुल के ऊपर बनाया गया नाकाबंदी को हटा दिया गया। इससे अब फिर से पंजाब जाने के लिए रास्ते खुल गए। पहले पंजाब के लिए बसें चलती थी, लेकिन सरकार ने किसान आंदोलन को देखते हुए रास्ते बंद कर दिए थे। किसान को दिल्ली कूच को रोकने के लिए रास्ते बंद होने होने से यातायात बाधित हो गया। इसका असर रोडवेज पर भी पड़ा और फतेहाबाद डिपो की चलने वाली 23 बसें बंद हो गई।
पटियाला होकर चंडीगढ़ वाले बस भी बंद हो गई। हालांकि अब प्रदेश सरकार के आदेश पर नाकेबंदी हटाने के आदेश आए तो फिर से यातायात व्यवस्था शुरू कर दी। इसी कड़ी में अब मानसा के अलावा सरदूलगढ़ के लिए बस सेवा शुरू की जाएगी। ये बसें अब मंगलवार से शुरू होगी।ये भी पढ़ें: Lok Sabha ELection 2024: कैंडिडेट अगर वोट के बदले नोट देते पकड़े गए तो उनकी खैर नहीं, होगी ये बड़ी कार्रवाई
रोडवेज को करोड़ों रुपये का नुकसान
फतेहाबाद डिपो की पंजाब के विभिन्न शहरों के बंद होने के कारण रोडवेज को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। रोडवेज के कर्मचारियों का कहना है कि 42 दिनों तक नाकेबंदी हुई थी। इससे रोडवेज की बसें पूरी तरह बंद हो गई। कई दिनों तक तो फतेहाबाद से रतिया के लिए भी बसें बंद रही। इससे राजस्व घाटा अधिक बढ़ गया। रोडवेज के अनुसार इस बंद व प्रदर्शन के कारण करीब 4 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।
फतेहाबाद डिपो इंचार्ज रामसिंह ने बताया कि पंजाब के रास्ते अब पूरी तरह खुल गए है। मंगलवार से पहले की तरह बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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