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Haryana Roadways Strike: रोडवेज कर्मचारियों के चक्का जाम का दिखा असर, इन जिलों में पड़ा हड़ताल का ज्यादा असर

Haryana News रोडवेज कर्मचारियों ने एक दिन पहले ही एलान कर दिया था कि बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे। इसका असर भी फतेहाबाद में देखने को मिला। सुबह के समय करीब 10 के करीब दिल्ली हिसार व सिरसा के लिए बसें निकली लेकिन बाद में यूनियन के कर्मचारी आने के बाद बसों का संचालन बंद कर दिया गया। आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

By Amit Kumar Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Wed, 24 Jan 2024 03:48 PM (IST)
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Haryana Roadways Strike: फतेहाबाद: हड़ताल के कारण बस स्टैंड पर खड़ी रोडवेज की बसें।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। रोडवेज कर्मचारियों ने एक दिन पहले ही एलान कर दिया था कि बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे। इसका असर भी देखने को मिला। सुबह के समय करीब 10 के करीब दिल्ली, हिसार व सिरसा के लिए बसें निकली।

लेकिन बाद में यूनियन के कर्मचारी आने के बाद बसों का संचालन बंद कर दिया गया। रोडवेज कर्मचारियों ने फतेहाबाद शहर के पुराना बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। ऐसे में नया बस स्टैंड सुनसान पड़ा रहा।

रोडवेज की हड़ताल के कारण गांवों से आने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। पहले ग्रामीण रूटों पर जो प्राइवेट की बसें चल रही थी उसे हिसार व सिरसा रूटों पर चला दिया गया।

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ऐसे में गांवों से आने वाले लोगों को निजी वाहनों से ही शहर में आना पड़ा। उधर यूनियन के कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया।

भट्टूकलां में भी दिखा असर

साझा मोर्चा के प्रदेश स्तरीय आह्वान पर बुधवार को भट्टू कलां में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी हड़ताल रहे। जिस पर हरियाणा रोडवेज की बसों का चक्का जाम होने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

रोडवेज कर्मचारियों ने पहले ही 24 जनवरी को हड़ताल की घोषणा कर रखी थी। जिसके चलते बुधवार को भट्टू कलां बस स्टैंड से एक भी हरियाणा रोडवेज की बस नहीं चली।

यहां से सुबह 5 बजे से ही चंडीगढ़ सहित विभिन्न रुटों पर बसे चलनी शुरू हो जाती है। लेकिन बुधवार को मोर्चा के प्रदेश स्तरीय आह्वान के चलते हरियाणा रोडवेज की बस बसे नहीं चली। लेकिन प्राइवेट बसों का संचालन होता रहा।

वहीं निजी वाहन चालकों ने इस हड़ताल का फायदा उठाया। बस स्टैंड के गेट पास वे अपना वाहन लगा सवारियां बिठाते नजर आए। इस हड़ताल को लेकर रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को बार-बार सरकार के समक्ष रख चुके हैं, लेकिन उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया।

 रोडवेज कर्मचारियों के चक्का जाम का ज्यादा असर रोहतक, हांसी, हिसार भिवानी ,चरखी दादरी ,सिरसा,में दिखा। जहां लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हुई।

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