हताश विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं है: आरती राव
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के लिए मतदान 12 मई को है। इस बार का चुनाव इसलिए अहम कि उम्मीदवारों के परिजन भी प्रचंड गर्मी में प्रचार करते नजर आ रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार व वर्तमान सांसद राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अपने पिता के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। वे रोजना सुबह से शाम तक अपने पिता के लिए प्रचार करती नजर आती है। एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान ही आरती राव ने दैनिक जागरण से बातचीत की पेश है उसके मुख्य अंश ----
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के लिए मतदान 12 मई को है। इस बार का चुनाव इसलिए अहम है कि उम्मीदवारों के परिजन भी प्रचंड गर्मी में प्रचार करते नजर आ रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार व वर्तमान सांसद राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अपने पिता के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। वे रोजना सुबह से शाम तक अपने पिता के लिए प्रचार करती नजर आती हैं। एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान ही आरती राव ने दैनिक जागरण से बातचीत की। पेश है उसके मुख्य अंश - अब तक चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से मिल रहे रुझान को आप किस प्रकार देखती हैं?
- मेरे पिता राव इंद्रजीत सिंह के प्रति यहां के लोगों में अटूट विश्वास है। लोगों में चुनाव को लेकर उत्सुकता भी है और वे इस बार भी संसद पहुंचाने के लिए तैयार हैं। हर जगह लोगों का पूरा स्नेह मिल रहा है। तेज गर्मी में भी लोग मुझसे मिलने और अपना समर्थन जताने के लिए उतावले दिखते हैं। इसके लिए हम उनके आभारी भी हैं। इस बार चुनाव में आपके सामने मुख्य चुनौती क्या दिखती है?
- राव इंद्रजीत के सामने कहीं भी कोई चुनौती नहीं दिखती है। गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्य, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तेज गति से बढ़ता व मजबूत बनता भारत, राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा इत्यादि की कोई काट विपक्ष के पास तो है ही नहीं। वे हताश व निराश हैं और केवल दुष्प्रचार के सहारे क्षेत्र में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। नूंह (मेवात) जैसे पिछड़े क्षेत्र में भाजपा सरकार ने जो काम किए हैं, उसका असर मतदान के दिन दिखेगा। वे कौन से मुद्दे हैं जिनके बल पर आप चुनाव प्रचार में जनता से समर्थन मांग रहीं हैं?
- मेरे पिता का प्रयास रहा है कि इलाके के लिए ऐसी परियोजनाएं आएं, जिसका लाभ पीढि़यों तक मिलता रहे। केंद्रीय बजट में शामिल देश का 22वां एम्स रेवाड़ी के मनेठी में खोला जाएगा, यह बड़ी उपलब्धि है। बेहतर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को दिल्ली के सराय काले खां से बावल तक दिल्ली-जयपुर हाइवे के समानान्तर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, जाम मुक्त गुरुग्राम के लिए अंडरपास-फ्लाइओवर, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए), रियल इस्टेट उपभोक्ताओं की सुनवाई व राहत को हरेरा, सैनिकों की मांग वन रैंक, वन पेंशन को लागू किया जाना आदि कई ऐसे काम हैं, जिनका बड़ा असर जनता पर है और ये सारे कार्य विपक्षियों पर भारी है। दक्षिण हरियाणा के विकास की राजनीति राव इंद्रजीत के एजेंडे में रहा है। चुनाव में यह मुद्दा कितना अहम है?
- दक्षिण हरियाणा खासकर अहीरवाल क्षेत्र के विकास और सम्मान हमेशा से राव इंद्रजीत के एजेंडे में रहा है। यही कारण है कि इस क्षेत्र के विकास के लिए तमाम बड़ी-बड़ी परियोजनाएं शुरू हुईं। लोग चाहते हैं कि उनके जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास की लड़ाई लड़ें। सार्वजनिक तौर पर राव इंद्रजीत की नाराजगी पर चर्चा होती है। आप उनके इस स्वभाव को कैसे देखतीं हैं?
- राजनीति में राव इंद्रजीत सिंह ने कभी भी निजी हित की चिता नहीं की और संभवत: यह उनकी लोकप्रियता का बड़ा कारण है। क्षेत्र के विकास और जनता के कल्याण के लिए मुखर होने को राजनीति में नाराजगी के तौर पर नहीं देखा जाता है। मेरे पिता के स्वभाव और प्रकृति में ईमानदारी और अनुशासन है। राजनीति में कौन-सी बातें आपको प्रेरित करती हैं और पिता राव इंद्रजीत से आपको कितना समर्थन मिलता है?
- राजनीति मेरे परिवार के लिए समाजसेवा का संकल्प है। दादा बीरेंद्र सिंह और फिर पिता राव इंद्रजीत को मैंने दशकों से पूरी लगन और ईमानदारी से काम करते देखा है। राव इंद्रजीत की विश्वसनीयता उनकी साफ छवि और ईमानदारी के बारे खुद लोग बात करते हैं। 42 साल के लंबे राजनीतिक जीवन में एक भी दाग उनके दामन पर नहीं है। राजनीति में ईमानदारी व काम के प्रति अनुशासन पिता की यह थाती ही मेरे लिए प्रेरणा है।