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ठगी के बड़े राज: 10 हजार शिकायतों का पर्दाफाश, पूरे भारत में ठगे थे 38 करोड़ रुपये; पढ़ें- लोगों को कैसे फंसाते थे जाल में

Gurugram Crime News पूरे भारत में दस हजार से ज्यादा ठगी की वारदातों का पर्दाफाश हुआ है। ठगों ने पूछताछ में 38.25 करोड़ रुपये की ठगी के बड़े राज खोले हैं। वहीं पकड़े गए ठगों के पास से लैपटॉप मोबाइल और 95 सिम बरामद किए गए हैं। जानिए आखिर ये आरोपित लोगों को कैसे अपने जाल में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे?

By Vinay Trivedi Edited By: Kapil Kumar Updated: Mon, 08 Jul 2024 05:59 PM (IST)
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गुरुग्राम पुलिस द्वारा पकड़े गए साइबर ठगों ने पूछताछ में बड़े राज खोले हैं। सांकेतिक तस्वीर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर पुलिस की ओर से बीते दिनों पकड़े गए छह महिलाओं समेत 28 साइबर ठगों से पूछताछ और इंडियन क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से मिले डाटा से 10 हजार शिकायतों का पर्दाफाश किया गया है। इन आरोपितों ने पूरे भारत में 38 करोड़ 25 लाख रुपये की ठगी की।

इन आरोपितों को किया गया गिरफ्तार

एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर थाना पूर्वी पुलिस टीम ने विभिन्न मामलों की जांच के दौरान अप्रैल से जून के बीच आरोपित चंदपासा, वरदान अरोड़ा, आशीष, विनोद कुमार, महिला आरोपित नविया अरोड़ा, रोहित सोनी, राहुल गुप्ता, निखिल जैन, तरुण छनाना, अंकित मिश्रा व अभिषेक को गिरफ्तार किया था।

साइबर थाना पश्चिम पुलिस टीम ने 15 जून को प्रमोद कुमार व ललमानी वर्मा को पकड़ा। वहीं 21 से 23 जून के बीच विशाल, उज्ज्वल कुमार, बलराम, वैभव शुक्ला, मो. वसीम, प्रियांशु, राहुल कुमार, अभय दिल्ली, मोनिका, शिखा ठाकुर, शशि, रचना श्रीवास्तव व बबली भोज को गिरफ्तार किया गया। साइबर थाना दक्षिण ने तीन मई को बंगाल के कूच बिहार निवासी मैताहुल हक को पकड़ा था।

तीन लैपटॉप, 15 मोबाइल और 95 मोबाइल फोन बरामद

इनके पास से बरामद तीन लैपटॉप, 15 मोबाइल फोन, 95 सिमकार्ड का इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से डाटा निकलवाया गया। जांच में पता चला कि इन आरोपितों ने देशभर में लगभग 38 करोड़ 25 लाख रुपये की ठगी की। इस संबंध में विभिन्न थानों में 10472 शिकायतें और 540 अभियोग दर्ज हैं। इन अभियोगों में से 26 केस हरियाणा के हैं।

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वहीं, जांच में सामने आया कि ये आरोपित शेयर मार्केट में प्राफिट दिलाने के नाम पर टास्क बेस्ड ठगी, ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नाम पर, इंटरनेट मीडिया के माध्यम से व जानकार बनकर पैसे ट्रांसफर करवाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। इनके कब्जे से 27 हजार सात सौ रुपये, तीन लैपटॉप, 24 चेक बुक, एक पीओएस मशीन, बरामद किए गए थे।

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