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गुरुग्राम में उत्पीड़न के मामलों में हो रहा इजाफा, एक साल में 86 महिला और बच्चियां हुई यौन शोषण का शिकार

गुरुग्राम में सालभर में 86 यौन शोषण के मामले सामने आए हैं। वहीं घरेलू हिंसा के 46 मामले नागरिक अस्पताल स्थित सुकून सेंटर में न्याय के लिए पहुंचे है। आंकड़ो पर गौर करें तो यह साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है। पांच सालों में घरेलू हिंसा यौन शोषण आत्महत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में मदद का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है।

By joohi dass Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 14 May 2024 11:05 AM (IST)
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एक साल में 86 महिला और बच्चियां हुई यौन शोषण का शिकार
जूही दास, गुरुग्राम। मोबाइल की बढ़ती लत और जागरूकता के अभाव के कारण उत्पीड़न के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। सालभर में 86 यौन शोषण के मामले सामने आए हैं। वहीं घरेलू हिंसा के 46 मामले नागरिक अस्पताल स्थित सुकून सेंटर में न्याय के लिए पहुंचे है। आंकड़ों पर गौर करें तो यह साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है।

हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर (एचएसएचआरसी) की ओर से नागरिक अस्पताल में चल रहा सुकून सेंटर महिलाओं का दर्द कम कर रहा है। पांच सालों में घरेलू हिंसा, यौन शोषण, आत्महत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में मदद का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है।

पीड़ित महिलाओं की स्वास्थ्य सेवा व काउंसलिंग से लेकर उनका मुकदमा दर्ज कराने और वकील मुहैया कराने तक की यहां सहायता दी जाती है। साथ ही मामले में पीड़िताओं की मदद करने के लिए लगातार फीडबैक भी लिया जाता है।

सुकून केंद्र में आने वाले मामले

वर्ष घरेलू हिंसा यौन शोषण आत्महत्या का प्रयास कुल मामले
2019-20 115 59 11 185
2020-21 87 77 15 179
2021-22 55 51 31 137
2022-23 33 36 32 101
2023-24 46 86 07 139

सेंटर में मिलने वाली सुविधाएं

  • अपनी जानकारी देने या अपनी परिस्थिति बताने के लिए सुरक्षित माहौल।
  • अधिकारों के बारे में जानकारी। जरूरी डाक्टरी जांच।
  • पुलिस को शिकायत करने में मदद।
  • मुफ्त कानूनी सलाह एवं सेवा दिलवाने में मदद।
  • अन्य सरकारी सेवाओं एवं सहायक नेटवर्क से संपर्क ।

बाल अपराध रोकथाम में इन विशेष बातों का रखें ध्यान

  • माता-पिता अपने बच्चों को समय दें
  • बच्चों के साथ मैत्रिक व्यवहार रखें, ताकि वह अपनी बातों को साझा करते रहें
  • सोशल मीडिया के दुरुपयोग करने से रोकें
  • बच्चों को पोक्सो एक्ट व गुड टच-बैड टच की जानकारी दें
  • नशा करने वाले व्यक्तियों से बच्चों को दूर रखें
  • बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाकर सहन शक्ति प्रदान करने में सहयोग करें
  • बच्चों को अनजान लोगों से इंटरनेट मीडिया पर बातचीत न करने के लिए प्रेरित करें

सुकून केंद्र शारीरिक, मानसिक, घरेलू हिंसा और यौन शोषण, आत्महत्या आदि के मामले यहां आते हैं। इस साल कुल 139 मामले घरेलू हिंसा और यौन शोषण, आत्महत्या के दर्ज हुए हैं।

-सोनू श्योकंद, काउंसलर, सुकून केंद्र, नागरिक अस्पताल

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