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Divya Pahuja Murder: जेल जाने के पहले से ही अभिजीत को जानती थी दिव्या, बिंदर के जरिए आई थी संपर्क में

रिमांड के दौरान अभिजीत ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वह 15 सालों से गैंगस्टर बिंदर को जानता था और गैंगस्टर बिंदर ने ही दोनों की मुलाकात कराई थी। इसलिए जेल से बाहर आने के बाद दिव्या दोबारा अभिजीत के संपर्क में आ गई। रिमांड पर अभिजीत ने बिंदर के दो बच्चे हैं और उनकी पढ़ाई से लेकर अन्य खर्चे भी उठाने की बात कही थी।

By Jagran News Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 10 Jan 2024 05:00 AM (IST)
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दिव्या पाहुजा हत्याकांड में अभिजीत ने बताया की जेल जाने के पहले से ही उसे जानती थी दिव्या
विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। गैंगस्टर संदीप गाडौली (Gangster Sandeep Gadauli) के मुंबई में हुए कथित एनकाउंटर में सात साल जेल में रहने के बाद जुलाई 2023 में जमानत पर बाहर आई दिव्या पाहूजा (Divya Pahuja) अभिजीत को जेल जाने के पहले से ही जानती थी।

गैंगस्टर बिंदर ने ही दोनों की मुलाकात कराई थी। इसलिए जेल से बाहर आने के बाद दिव्या दोबारा अभिजीत के संपर्क में आ गई।

रिमांड पर अभिजीत ने ये बताया

रिमांड के दौरान अभिजीत (Abhijeet On Police Remand) ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वह 15 सालों से बिंदर को जानता था। बिंदर के दो बच्चे हैं और उनकी पढ़ाई से लेकर अन्य खर्चे भी वह उठा रहा था। बिंदर के माध्यम से ही दिव्या अभिजीत के संपर्क में आई थी।

वहीं संदीप गाडौली के मामले 2016 में मुंबई पुलिस ने दिव्या को साजिश के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जुलाई 2023 में जेल से बाहर आने के बाद दिव्या अभिजीत से मिली। दोनों के बीच शारीरिक संबंधों की बात भी कही जा रही है।

क्यों की हत्या

अभिजीत ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया था कि दिव्या ने शारीरिक संबंधों के दौरान ही आपत्तिजनक फोटो अपने मोबाइल में कैद कर लिए और उन्हीं के नाम से वह उसे ब्लैकमेल कर रही थी। इसी से परेशान होकर उसने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।

गहरी साजिश का शक

जिस तरह अभिजीत ने दिव्या की गोली मारकर हत्या की, इसके बाद एक के बाद एक पांच लोगों को अपने साथ जोड़कर शव ठिकाने लगवाया।

इससे कहीं ना कहीं साजिश के तहत हत्या करने की बात सामने आ रही है। हालांकि, उसका ध्यान सीसीटीवी की तरफ क्यों नहीं जा पाया। इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आ पाई है।

परिचित से 50 लाख रुपये मंगाने की बात आई सामने

सूत्रों के मुताबिक अभिजीत ने दिव्या की हत्या करने के बाद अपने एक परिचित को काल कर रुपये मंगाए थे। दो-तीन घंटे बाद ही उसके पास 50 लाख रुपये होटल में पहुंच गए थे। सूत्रों के अनुसार इन्हीं 50 लाख रुपये में से 10 लाख रुपये अभिजीत ने बलराज और रवि को देकर शव ठिकाने लगाने के लिए बीएमडब्ल्यू से भेज दिया था।

इसके अलावा कुछ रुपये उसने अन्य लोगों को भी दिए। बाकी रुपये उसे अपनी मिनी कूपर कार में रख दिए थे। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने उसकी मिनी कूपर कार को भी जब्त किया है हालांकि, अभी तक इसकी जानकारी पुलिस की तरफ से नहीं दी गई है।

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हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग

दूसरी ओर दिव्या की बहन नैना पाहूजा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।नैना ने कहा कि गुरुग्राम पुलिस की कार्यशैली बिल्कुल ठीक नहीं है।

इतने बड़े मर्डर केस में पुलिस किस तरीके से जांच और केस को ट्रेस आउट करने की कोशिश कर रही है, ये इसी से पता चलता है कि जो जरूरी चीजें दो और तीन जनवरी को क्राइम ब्रांच को लेनी चाहिए थी वह पुलिस कर्मियों ने सोमवार को उनसे ली।

नैना का ये है कहना

नैना का कहना है कि दिव्या का सैमसंग वाला फोन बरामद हो चुका है। आइफोन अभी गायब है।आई-फोन में यूज होने वाली एपल आइडी को पुलिस ने सोमवार को उनसे मांगा।

अपने आप में हैरान करने वाला है कि पुलिस किस तरह से जांच कर रही है। नैना ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दिव्या हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है।

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