डीएनबी कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर, एम्स और सफदरजंग की फैकल्टी पढ़ाएंगी मेडिकल का पाठ
शुरुआत में मेडिसिन गायनी सर्जन समेत आदि के फैकल्टी को बुलाने की योजना है। डीएनबी से फैमिली मेडिसिन के बाद अब गायनी और आई सर्जन की अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने के बाद अस्पताल में एमबीबीएस डाक्टर के लिए दोनों ट्रेड के पीजी कोर्स शुरू होंगे। इस बार कुल 12 सीटोंं पर काउंसिलिंग होगी। इसके लिए योजना तैयार की गई है।
By Edited By: Abhishek TiwariUpdated: Mon, 30 Oct 2023 02:42 PM (IST)
जूही दास, गुरुग्राम। डिप्लोमा आफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से पीजी कोर्स करने वाले विद्यार्थियों ने लिए एम्स और सफदरजंग के विशेषज्ञों (फैकल्टी) द्वारा लेक्चर कराने की योजना तैयार की गई है।
शुरुआत में मेडिसिन, गायनी, सर्जन समेत आदि के फैकल्टी को बुलाने की योजना है। डीएनबी से फैमिली मेडिसिन के बाद अब गायनी और आई सर्जन की अनुमति मांगी गई है।
अनुमति मिलने के बाद अस्पताल में एमबीबीएस डाक्टर के लिए दोनों ट्रेड के पीजी कोर्स शुरू होंगे। इस बार कुल 12 सीटोंं पर काउंसिलिंग होगी।
गौरतलब है कि नागरिक अस्पताल में 2022 को डीएनबी डिप्लोमा कोर्स में फैमिली मेडिसिन में चार सीटें की मान्यता दी गई थी। सिविल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर ही एमबीबीएस विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देंगे।
क्या है डीएनबी कोर्स?
ये कोर्स तीन साल का होता है, कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थियों को विशेषज्ञ डॉक्टर की उपाधि मिलेगी। इसके बाद ये अस्पताल में विशेषज्ञ के तौर पर काम कर सकेंगे। एमबीबीएस के उपरांत इस कोर्स को किया जा सकता है। यह एमडी (डॉक्टर आफ मेडिसिन) व एमएस (मास्टर इन सर्जरी) के समकक्ष है। इसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने शुरू किया है।Also Read-Gurugram University Recruitment 2023: गुरुग्राम विश्वविद्यालय में नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती के लिए आवेदन शुरू
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