55वें तबादले पर छलका अशोक खेमका का दर्द, बोले- स्वाभिमान को नष्ट करो, अपमानों का ढेर लगाओ
करीब दो दर्जन सरकारी विभागों के विलय के बाद राज्य सरकार ने सोमवार को अशोक खेमका का तबादला करते हुए उन्हें अभिलेखागार विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया था। पहले उनके पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का कार्यभार था
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 11 Jan 2023 12:42 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के सीनियर आइएएस अधिकारी डा. अशोक खेमका ने एक बार फिर अपने तबादले पर सवाल उठाए हैं। करीब दो दर्जन सरकारी विभागों के विलय के बाद राज्य सरकार ने सोमवार को अशोक खेमका का तबादला करते हुए उन्हें अभिलेखागार विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया था। पहले उनके पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का कार्यभार था, जिसके मंत्री अनिल विज थे। अब अनिल विज से यह विभाग ले लिया गया है। 1991 बैच के आइएएस अशोक खेमका का अब तक के कार्यकाल में यह 55वां तबादला है। 22 अक्टूबर 2021 से पहले भी खेमका इसी विभाग को संभाल रहे थे।
स्वाभिमान को नष्ट करो और अपमानों का ढेर: खेमका
खेमका ने अपने तबादले के बाद एक ट्वीट कर कहा है कि एक बार फिर अभिलेखागार विभाग मिला है। एक सरकारी अधिकारी को एक सप्ताह में न्यूनतम 40 घंटे का काम सौंपा जाता है। लेकिन अब ईमानदार और अपने काम के प्रति अडिग लोगों से निपटने की एक नई तरकीब सोची गई है, जिसमें सिविल सेवा बोर्ड के नियमों के नजरअंदाज करते हुए कम से कम काम सौंपा जाए। स्वाभिमान को नष्ट करो और अपमानों का ढेर लगाओ। यह किसके हित में है।
अशोक खेमका के ट्वीट के जवाब में रोहतक के मंडलायुक्त संजीव वर्मा ने एक अन्य ट्वीट किया है। संजीव वर्मा ने खेमका को निशाना बनाते हुए अपने ट्वीट में कहा कि बोए पेड़ बबूल के तो आम कहां से होए। इस ट्वीट के जरिये वर्मा ने सख्त टिप्पणी की है। बता दें कि पिछले दिनों आइएएस संजीव वर्मा के साथ विवाद के चलते अशोक खेमका काफी चर्चाओं में रहे थे। हालांकि तबादलों पर खेमका का दर्द समय-समय पर छलकता रहा है।
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