जहां बरसे पत्थर, वहां बरसे फूल... हिंसा के एक साल बाद निकली जलाभिषेक यात्रा, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
Braj Mandal Jalabhishek Yatra साधु-संतों की अगुवाई में हरियाणा ब्रज क्षेत्र और राजस्थान के इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा में पहुंचे। शांतिपूर्ण यात्रा के लिए ढाई हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए और ड्रोन से भी नजर रखी गई। पिछले साल हिंसा को देखते हुए पुलिस प्रशासन चौकन्ना रहा। कई जगहों पर नाकेबंदी कर गाड़ियां की तलाशी ली गई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम/नूंह। सावन के पहले सोमवार पर साढ़े तीन सौ साधु-संतों की अगुवाई में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच निकाली गई। ढाई हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में यात्रा शांतिपूर्ण यात्रा संपन्न हो गई।
रास्ते भर यात्रा की ड्रोन से निगरानी और वीडियोग्राफी कराई गई। यात्रा में जाने वाले वाहनों समेत सभी गाड़ियों की गहनता से तलाशी ली गई। पिछले साल नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर में पथराव के बाद हिंसा को देखते हुए इस बार पुलिस प्रशासन पहले से ही चौकन्ना था। इसको लेकर कई दिनों से तैयारियां की जा रही थीं। यात्रा में हरियाणा, ब्रज क्षेत्र और राजस्थान के इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
गुरुग्राम से निकाला गई यात्रा
गुरुग्राम से निकाली गई यात्रा में सोमवार सुबह आठ बजे सेक्टर-10ए श्री कृष्ण मंदिर में शहर के श्रद्धालु जमा हुए। यहां से राजीव नगर गुफा वाला मंदिर की साध्वी आत्मचेतन गिरि, सराय आश्रम के स्वामी मुक्तानंद महाराज, बाबड़ा बाकीपुर के स्वामी अमरदास महाराज, कादीपुर के स्वामी सेवादास महाराज, सराय आश्रम के स्वामी फतेनाथ महाराज और भीमगढ़ खेड़ी मंदिर की साध्वी आदिशक्ति के नेतृत्व जलाभिषेक यात्रा नूंह के लिए रवाना हुई।
आसपासके जिलों से पहुंचे श्रद्धालु
गुरुग्राम के पटौदी समेत हरियाणा के फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल, पलवल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, ब्रज क्षेत्र और राजस्थान के इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा से पहुंचे। भोंडसी, सोहना, नूंह के कंवरसिका, रेवासन समेत कई जगहों पर यात्रा का स्वागत किया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाकर यात्रा का स्वागत किया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।जिला नूंह के पहले गांव कवंरसिका में ब्रज मंडल यात्रा का फूल बरसाकर स्वागत किया गया
भोलेनाथ के जयकारों और भजनों के साथ झूमते-गाते हजारों श्रद्धालु सुबह साढ़े 11 बजे नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर पहुंचे। यहां गंगाजल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। मंदिर में जलाभिषेक के बाद यात्रा फिरोजपुर झिरका के झीर्ण मंदिर और फिर शाम साढ़े चार बजे पुन्हाना के राधा कृष्ण शृंगार मंदिर पहुंची।जिला नूंह के नलहड़ मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए उमड़े श्रद्धालु