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गेम और सट्टा खिलाकर ठगने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़, पुलिस ने फ्लैट में छापा मारकर 9 लोगों को दबोचा

गुरुग्राम की साइबर पश्चिम थाना पुलिस ने ऑनलाइन एप के माध्यम से गेम और सट्टा खिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले सेंटर का भंडाफोड़ किया है। सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से तीन लैपटाप 38 मोबाइल फोन 25 बैंक खाता किट और 22 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।

By Vinay Trivedi Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 21 Nov 2024 08:58 AM (IST)
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कॉल सेंटर के बारे में जानकारी देती गुरुग्राम पुलिस। फोटो- जागरण
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर पश्चिम थाना पुलिस ने ऑनलाइन एप के माध्यम से गेम और सट्टा खिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस टीम ने मंगलवार रात सोहना की जीएलएस होम्स सोसायटी के एक फ्लैट में छापा मारकर नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें हरियाणा के छह, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हिमाचल का एक-एक आरोपित शामिल है।

जीएलएस होम्स सोसायटी के फ्लैट में की छापेमारी

एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर थाना पश्चिम पुलिस को मंगलवार को ऑनलाइन गेम के माध्यम से धोखाधड़ी होने की शिकायत मिली। जांच के दौरान लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने रात में सोहना की जीएलएस होम्स सोसायटी के एक फ्लैट में छापेमारी की। यहां पर नौ लोग लैपटाप व मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर ऑनलाइन गेमिंग एप के माध्यम से गेम व सट्टा खिलाते हुए पाए गए।

पूछताछ करने पर आरोपितों की पहचान हरियाणा के हिसार के डाक बंगला निवासी सागर, सोनीपत के जीवन नगर निवासी मनीष, फतेहाबाद के भट्ठा कॉलोनी निवासी मोहित गेरा, नाहर कॉलोनी निवासी राकेश, लाजपत नगर निवासी अनमोल गिलहोत्रा, सेक्टर तीन निवासी संयम, दिल्ली के लाजपत नगर निवासी अजय कुमार, उत्तर प्रदेश के उन्नाव निवासी बबलू और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा निवासी तोषण के रूप में की गई।

ऐसे करते थे ठगी

पूछताछ में पता चला कि सागर यह सेंटर चला रहा था और बाकी आरोपितों को इसने नौकरी पर रखा हुआ था। इस फ्लैट में यह सेंटर पिछले करीब दो महीने से चल रहा था। आरोपितों को काम करने के बदले 20 हजार रुपये सैलरी तथा पांच कमीशन मिलता था।

ये सभी लोग सोशल मीडिया के माध्यम से सट्टा खिलाने के लिए बनाई गई वेबसाइट tiger365.me को प्रमोट करते थे। लोगों को वाट्सएप व टेलीग्राम पर इसके लिए मैसेज भेजे जाते थे। जब लोग इनके संपर्क में आते थे तो ये लोगों को आइडी बनाकर दे देते थे और रुपये डलवाकर एप के माध्यम से गेम व सट्टा खिलाते थे।

वेबसाइड पर करीब 300 लोग थे एक्टिव

लोगों को गेम या सट्टे में जीतने ही नहीं दिया जाता था। इस दौरान आरोपित एप में गड़बड़ी कर लोगों को हरा देते थे। अगर लोग किसी तरह जीत भी जाएं तो उनकी आईडी ब्लॉक कर दी जाती थी। आरोपित लोगों से बैंक खाते में पैसे डलवाते थे और अपनी वेबसाइट व एप पर उनके अकाउंट में पैसे क्रेडिट करते थे। इस समय इनकी वेबसाइड पर करीब 300 लोग सक्रिय थे।

बैंक खाता उपलब्ध कराता था संचालक

साइबर पुलिस ने सेंटर से तीन लैपटाप, 38 मोबाइल फोन, 25 बैंक खाता किट व 22 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। जांच के दौरान पता चला कि सभी बैंक खाते अलग-अलग प्रदेश के हैं। ये खाते कॉल सेंटर का संचालक सागर उपलब्ध करवाता था।

यह फतेहाबाद के रहने वाले दो अन्य लोगों के संपर्क में था। पुलिस इनकी पहचान कर इन्हें जल्द गिरफ्तार करेगी। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड में लिया गया है। आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी, गैंबलिंग व आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए।

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