चंद्रयान-3 की साफ्ट लैंडिंग ने बदली कहावत, अब चंदा मामा दूर के नहीं, बस एक टूर के...
चंद्रयान-3 की सफलता से साइबर सिटी झूम उठी। क्या बच्चे क्या युवा क्या महिलाएं और क्या बुजुर्ग सभी एक रंग में दिखाई दिए। लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई दी। हर किसी की जुबान पर यही था वैज्ञानिकों ने सपना साकार कर दिया। पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर दिया। वैज्ञानिकों ने ऐसा कर दिखाया है कि अब कुछ भी असंभव नहीं लगता।
By Sonia kumariEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Thu, 24 Aug 2023 11:15 AM (IST)
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। चंद्रयान-3 की साफ्ट लैंडिंग, एक ऐतिहासिक पल। बदल गई कहावत, चंदा मामा दूर के नहीं बस केवल टूर के। समय पांच बजकर बीस मिनट का और टिक गई टेलीविजन पर निगाहें। हर कोई इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए बेकरार नजर आया।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद ही पूरा शहर जश्न के माहौल में डूब गया। कहीं भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगे तो कहीं पर दीपावली की तरह आतिशबाजी की गई। इस देशभक्तिमय माहौल में हर किसी में देशप्रेम की भावना नजर आई। सोसायटियों से लेकर चौक-चाैराहों पर लोग एकत्र हुए और नारेबाजी की। हाथों में तिरंगा लेकर लोग सड़कों पर उतर आए।
स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों में उत्सव का माहौल
स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक में उत्साह और उमंग का माहौल बना रहा। हर कोई इस पल के लिए उत्साहित दिखा। गुरुग्राम विश्वविद्यालय में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण दिखाया गया। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि हर देशवासी के लिए यह बड़े गर्व का समय है।चंद्रयान-3 की साफ्ट लैंडिंग से देश ने विश्व पटल पर अमिट छाप बना ली है। विश्वविद्यालय में लाइव प्रसारण देख रहे प्राध्यापक और विद्यार्थी हाथ जोड़कर भगवान से प्रार्थना कर रहे थे कि चंद्रयान-3 सफल हो, और ऐसा ही हुआ। चंद्रयान की सफल लैंडिंग से पूरा आडिटोरियम वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा।
दिखाया गया लाइव प्रसारण
अंतरिक्ष की दुनिया में भारत की श्रेष्ठतम उपलब्धि यानी चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर उतरने के ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी बनने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर लाइव प्रसारण की विशेष व्यवस्था की ग। डीसी निशांत कुमार यादव और सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह स्वयं लघु सचिवालय स्थित कान्फ्रेंस हाल में श्रवण तथा वाणी निःशक्त जन कल्याण केंद्र के विद्यार्थियों के साथ कार्यक्रम में मौजूद रहे।डीसी निशांत कुमार यादव ने देश को गौरवांवित करने वाली इस उपलब्धि पर सभी जिलावासियों को बधाई दी। कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है, लेकिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश है।चंद्रयान श्रृंखला के चंद्रयान-1 को चंद्रमा की सतह पर पानी की मौजूदगी की खोज का श्रेय दिया जाता है, जो विश्व के लिए एक नई खोज थ। सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के प्राथमिक तीन उद्देश्य हैं, चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और साफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन करना, चंद्रमा पर रोवर की परिक्रमा करना और चंद्रमा की सतह पर इन-सीटू वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन करना।
गुरुग्राम में इस उपलब्धि का साक्षी बनने के लिए विभिन्न प्राइवेट स्कूलों, कारपोरेट हाउस, कैफे, रेस्तरां आदि स्थानों सहित जिला प्रशासन द्वारा राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुशांत लोक, राजकीय स्कूल चकरपुर, सिरहौल और सेक्टर 4-7 स्थित स्कूल, जैकबपुरा तथा अर्जुन नगर स्थित स्कूल में लाइव प्रसारण की विशेष व्यवस्था की गई थी।
इस अवसर पर डीआइओ विभु कपूर, श्रवण तथा वाणी निःशक्त जन कल्याण केंद्र की सहायक निदेशक डा. सीमा, इंटरप्रिटर श्रेया, संस्थान के टीचर दीपक और मनोज उपस्थित रहे।
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