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सिपाही की वर्दी फाड़ी, म्यूजिक सिस्टम बंद कराने पहुंची थी पुलिस; सबूतों के अभाव में 3 आरोपी बरी

Gurugram News गुरुग्राम के बादशाहपुर में पुलिस की वर्दी फाड़ने और मारपीट करने के आरोपित को अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। बताया गया कि पुलिस को तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम बजाने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान आरोपितों ने पुलिस के साथ हाथपाई व सिपाही की वर्दी फाड़ दी थी।

By Aditya Raj Edited By: Kapil Kumar Updated: Mon, 18 Nov 2024 04:33 PM (IST)
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सिपाही की वर्दी फाड़ने का मामला। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी जागरण, बादशाहपुर। Gurugram News गुरुग्राम के बादशाहपुर के अर्जुन नगर में तेज आवाज में बज रहे म्यूजिक सिस्टम को बंद करने पहुंचे पुलिस कर्मियों की वर्दी फाड़ने और मारपीट करने के तीन आरोपित अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिए। आरोपितों की पैरवी अधिवक्ता सन्नी तंवर ने की।

एक आरोपित की हो गई थी हत्या

बताया गया कि एक आरोपित की पिछले साल हत्या हो गई थी। अर्जुन नगर पुलिस चौकी ने हेड कांस्टेबल सुप्रीम की शिकायत पर आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।

रात में गश्त पर थे हेड कॉन्स्टेबल और सिपाही 

हेड कांस्टेबल सुप्रीम ने अर्जुन नगर पुलिस चौकी में 4 फरवरी 2016 को शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को नामजद किया था। पुलिस का आरोप था कि हेड कॉन्स्टेबल सुप्रीम और सिपाही जितेंद्र रात करीब एक बजे गश्त पर थे।

तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम बजाने की मिली थी शिकायत

इस दौरान उन्हें अर्जुन नगर की गली नंबर 5 में तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम बजाने की शिकायत मिली। वह मौके पर पहुंचकर म्यूजिक सिस्टम बंद करने की कह रहे थे। इसी दौरान राजेश मेघराज, नितिन, दीपक उनसे बहस करने लगे।

मारपीट के दौरान फाड़ी थी सिपाही की वर्दी

हाथापाई करते हुए वे लोग कहने लगे कि शादी के बीच में अड़ंगा मत बनो। जब उनके साथ अन्य आठ-10 लोग मिलकर मारपीट करने लगे तो उन्होंने इस घटना की जानकारी पुलिस चौकी में दी। मारपीट के दौरान सिपाही जितेंद्र की वर्दी फाड़ दी और सभी लोग मारने पीटने के लिए उनके पीछे दौड़ने लगे।

फरार हो गए थे झगड़ा करने वाले सभी लोग

सूचना पाकर अर्जुन नगर पुलिस चौकी इंचार्ज हेड कांस्टेबल चरण सिंह, सहायक उप निरीक्षक निरंजन, पीसीआर स्टाफ के हेड कांस्टेबल अशोक, सिपाही प्रवीण और राजकुमार भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचने पर राजेश, मेघराज और झगड़ा करने वाले सभी लोग फरार हो गए।

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सभी आरोपितों के विरुद्ध दर्ज किया गया था मामला

पुलिस ने हेड कांस्टेबल सुप्रीम की शिकायत पर सभी आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया। आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दाखिल की। इस दौरान आरोपित नितिन को पिछले साल किसी ने गोली मार कर हत्या कर दी। तीनों आरोपितों के विरुद्ध अदालत में मामला विचार अधीन था। अधिवक्ता सन्नी तंवर अदालत ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद तीनों आरोपितों को बरी कर दिया।

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