Welcome 2024: देश के कई बड़े शहरों को इस मामले में पीछे छोड़ देगी साइबर सिटी, नए साल में इन सेक्टरों से नई उम्मीदें
बीते वर्ष सालाना कारोबार लगभग नौ हजार करोड़ रुपये था। वहीं इस वर्ष 11 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। गुरुग्राम की बढ़ती अर्थव्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान आयकर विभाग को जहां 36 हजार 200 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त होने की उम्मीद है।
आदित्य राज, गुरुग्राम। आईटी, आईटी इनेबल्ड, टेलीकाम, गारमेंट एवं ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में पूरी दुनिया के भीतर विशेष पहचान बनाने वाली साइबर सिटी की अर्थव्यवस्था चालू वर्ष के दौरान और अधिक मजबूत हुई है।
खासकर आईटी, आईटी इनेबल्ड एवं टेलीकाम सेक्टर में 15 प्रतिशत से अधिक निवेश हुआ है। जहां इकाइयों की संख्या गत वर्ष लगभग चार हजार थी वहीं इस साल आंकड़ा साढ़े चार हजार से अधिक पहुंच चुका है।
निवेश बढ़ने से मजबूत हो रही साइबर सिटी की अर्थव्यवस्था
बीते वर्ष सालाना कारोबार लगभग नौ हजार करोड़ रुपये था। वहीं इस वर्ष 11 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। गारमेंट एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर में चालू वर्ष के दौरान काफी निवेश हुआ है। इससे जहां अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है वहीं हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध हुए हैं।
गुरुग्राम की बढ़ती अर्थव्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान आयकर विभाग को जहां 36 हजार 200 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त होने की उम्मीद है।
इंटरनेशनल टैक्स के रूप में जहां पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान चार हजार करोड़ रुपये की वसूली की गई थी वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पांच हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
देश को मिल रहा साइबर सिटी की मजबूत अर्थव्यवस्था का लाभ
साइबर सिटी की मजबूत अर्थव्यवस्था का लाभ न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश को मिल रहा है। ढांचागत विकास के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण पर जोर देने से अर्थव्यवस्था को और तेजी से पंख लगेंगे।
प्रदूषण की वजह से 10 प्रतिशत कारोबार प्रभावित होता है। मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से भी अरबों का नुकसान होता है। ट्रैफिक के दबाव की वजह से जहां मैन पावर कई बार समय पर नहीं पहुंच पाती है वहीं माल की ढुलाई में भी अधिक समय लगता है। इससे भारी आर्थिक नुकसान होता है।
तेजी से बढ़ रहा ऑटोमोबाइल सेक्टर
साइबर सिटी में ऑटोमोबाइल सेक्टर की 10 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। इनमें मारुति सुजुकी, हीरो मोटो कार्प, होंडा स्कूटर्स एंड मोटरसाइकिल, सुजुकी बाइक, यूनो मिंडा ग्रुप, मुंजाल शोवा ग्रुप आदि प्रमुख हैं। कारों एवं बाइक की मांग बढ़ने से ऑटोमोबाइल सेक्टर का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है।
तीन हजार से ज्यादा हैं गारमेंट सेक्टर की इकाइयां
तीन हजार से अधिक गारमेंट सेक्टर की इकाइयां हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इस सेक्टर का कारोबार काफी कमजोर हो गया था लेकिन इस साल जबर्दस्त बूम है। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान कारोबार में 20 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद है। डिमांड इतनी है कि इकाइयों को ओवरटाइम कराना पड़ रहा है।
प्रदेश में लगभग 12 हजार गारमेंट सेक्टर की इकाइयां हैं। इनमें से लगभग 40 प्रतिशत गुरुग्राम में हैं। गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हरियाणा में 29 हजार 878 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट कारोबार हुआ था। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक पहुंचने की उम्मीद है।
ग्लोबल सिटी से अर्थव्यवस्था को और मिलेगी मजबूती
साइबर सिटी में दुबई और सिंगापुर की तर्ज पर ग्लोबल सिटी विकसित करने का काम जनवरी से शुरू हो जाएगा। इसके लिए निर्माण कंपनी से एग्रीमेंट भी साइन हो चुका है। इसके विकसित होने से साइबर सिटी की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत हो जाएगी।
एक लाख करोड़ रुपये तक के निवेश होने की उम्मीद
ग्लोबल सिटी सेक्टर-36बी एवं सेक्टर-37बी इलाके में 1003 एकड़ में विकसित की जाएगी। इसमें मल्टीनेशनल कंपनियों के अलावा अस्पताल, स्कूल एवं माल सहित कई प्रकार की सुविधाएं होंगी। इसमें लगभग एक लाख करोड़ रुपये तक के निवेश होने की उम्मीद है। 100 से भी अधिक मंजिल की बिल्डिंगें बनाई जाएंगी।
साइबर सिटी में ढांचागत विकास के ऊपर काफी जोर देने की आवश्यकता है। ट्रैफिक जाम की समस्या से कारोबार प्रभावित हो रहा है। इसके लिए आवश्यक है कि समय पर योजनाएं पूरी की जाएं। पुराने गुरुग्राम में मेट्रो का विस्तार, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम के ऊपर काम, आर्बिटल रेल के ऊपर तेजी से काम किया जाए। कुछ सालों के भीतर अर्थव्यवस्था के मामले में देश के कई बड़े शहरों को भी गुरुग्राम पीछे छोड़ देगा।
- शरद गोयल, कारोबारी व अध्यक्ष, लोकनीति फाउंडेशन
ट्रैफिक जाम, प्रदूषण एवं जलभराव की समस्या यदि दूर हो जाए फिर गुरुग्राम में विकास और अधिक तेज गति से होगा। तीनों समस्याओं से शहर की छवि धूमिल हो रही है। जितनी जल्द हो इससे निजात मिलनी चाहिए। प्रदूषण बढ़ने से मैन पावर आवश्यकता के मुताबिक उपलब्ध नहीं हो पाती है क्योंकि श्रमिक बीमार हो जाते हैं। बिजली की कटौती एक मिनट के भी नहीं होनी चाहिए। इससे जेनरेटरों के ऊपर निर्भरता खत्म हो जाएगी।
- योगेश मुंजाल, सीएमडी, मुंजाल शोवा ग्रुप व पूर्व अध्यक्ष, गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन
साइबर सिटी पूरी दुनिया के सामने एक ब्रांड के रूप में उभर चुका है। निवेशकों को पता है कि यहां पर निवेश करने से उन्हें लाभ होगा। यही वजह है कि पूरी दुनिया के भीतर कम से कम समय में तेजी से विकसित होने वाला शहर गुरुग्राम है। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान आयकर वसूली का आंकड़ा 40 हजार करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। यही नहीं जल्द ही आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इतनी तेजी से हर सेक्टर में निवेश हो रहा है।
- डॉ. प्रताप सिंह, प्रधान आयकर आयुक्त