ED Raid: ईडी ने 15 ठिकानों पर मारा छापा, 200 करोड़ की संपत्ति...; वाटिका लिमिटेड के प्रमोटर्स पर दर्ज हुई थी FIR
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वाटिका लिमिटेड और अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले में नई दिल्ली और गुरुग्राम में 15 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत की गई है। वाटिका लिमिटेड पर आरोप है कि उसने निवेशकों को उच्च लाभ का वादा करके उन्हें पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया लेकिन बाद में कंपनी ने भुगतान रोक दिया।
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। प्रवर्तन निदेशालय Enforcement Directorate (ईडी ED) ने वाटिका लिमिटेड और अन्य के विरुद्ध धन शोधन के मामले में नई दिल्ली और गुरुग्राम में 15 जगहों पर छापे मारे।
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत की गई है। ईडी के मुताबिक, कई निवेशकों ने वाटिका लिमिटेड में पैसा लगाया, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिला।
निवेशकों से किया था उच्च लाभ का वादा
कंपनी ने न तो निवेशकों को एश्योर्ड रिटर्न दिया और न ही उनकी व्यावसायिक इकाइयां सौंपीं। जांच में पता चला कि वाटिका लिमिटेड ने निवेशकों को उच्च लाभ का वादा करके उन्हें पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया, लेकिन बाद में कंपनी ने भुगतान रोक दिया।वाटिका लिमिटेड के प्रमोटर्स के खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर
बता दें कि 2021 में दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने वाटिका लिमिटेड के प्रमोटर्स पर आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में कई एफआईआर दर्ज की थी।
वाटिका समूह ने लिया था पांच हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज
वहीं, जांच में ये भी सामने आया कि वाटिका समूह ने 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज लिया, जिसमें से लगभग 1200 करोड़ रुपये इंडियाबुल्स के साथ समझौते में माफ कर दिए गए।250 करोड़ को अपराध से अर्जित राशि के रूप में किया गया चिन्हित
कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट समय पर पूरा करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया का पालन नहीं किया। अब तक की जांच में लगभग 250 करोड़ रुपये को अपराध से अर्जित राशि के रूप में चिन्हित किया गया है।
यह भी पढ़ें- घर से बेदखल नहीं होंगे Shilpa Shetty और राज कुंद्रा, ED के खिलाफ केस पर हाई कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।