ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर किया फोन, ओटीपी लेकर तोड़ी एफडी; वकील के खाते से उड़ा दिए 32 लाख रुपये
साइबर ठगों ने गुरुग्राम में एक 75 वर्षीय एडवोकेट के साथ धोखाधड़ी की है। खाता अपडेट करने के नाम पर ओटीपी लेकर पहले उनकी 49 लाख रुपये की एफडी तोड़ दी और फिर से खाते से 10 बार में 32 लाख रुपये निकाल लिए। आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप खुद को ऐसे साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगों ने 75 वर्षीय एडवोकेट से खाता अपडेट करने के नाम पर ओटीपी लेकर पहले उनकी 49 लाख रुपये की एफडी तोड़ दी और फिर से खाते से 10 बार में 32 लाख रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने बताया कि उनका खाता एक्सिस बैंक में है। जिन साइबर ठगों ने उन्हें फोन किया, उनके पास पहले से ही खाता और खाताधारक की पूरी जानकारी थी।
सिविल लाइंस निवासी एडवोकेट मोहन लाल गुप्ता ने साइबर थाना पश्चिम में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि छह नवंबर की दोपहर उनके पास एक्सिस बैंक का प्रतिनिधि बनकर किसी ने फोन किया। कहा गया कि खाते की केवाइसी को अपडेट किया जा रहा है।
खाते की जानकारी देने पर हो गया विश्वास
एडवोकेट को खाते की सारी जानकारी देकर, उनकी जन्मतिथि भी बताई। इस पर उन्हें पूरा विश्वास हो गया। उन्होंने फोन में आए ओटीपी को बता दिया। इसके बाद उनके फोन में रुपये कटने के मैसेज आने लगे। आनन-फानन में वह बैंक पहुंचे और खाते को फ्रीज करने के साथ ही स्टेटमेंट मांगा।
आरोप है बैंक कर्मचारी ने पहली बार में आधा-अधूरा स्टेटमेंट दिया। इससे वह 1930 पर शिकायत दर्ज नहीं कर सके। पुलिस के कहने पर दोबारा वह बैंक गए और इस बार उन्हें पूरा स्टेटमेंट दिया गया।एडवोकेट का यह भी कहना है कि जब उनके खाते से नौ बार में करीब 31 लाख रुपये कट चुके थे, तब उन्होंने बैंक कर्मचारी को खाता फ्रीज करने के लिए कहा था। खाता फ्रीज करने के बाद भी उनकी 13 लाख रुपये की एक और एफडी टूटी व एक लाख रुपये खाते से ट्रांसफर किए गए। साइबर पुलिस ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
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