Gurugram Air Pollution: ग्रेप के 24 लाख के चालान काटे, रिकवरी सिर्फ पांच लाख की हुई
कूड़ा एवं मलबा डंपिंग कूड़े में आग लगाना कोयला जलाने सहित अन्य ऐसी गतिविधियां जिनसे प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी होती है पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। इसको लेकर ग्रेप के नियमों की अवहेलना करने वालों के नगर निगम की टीम चालान काट रही है। लाखों रुपये जुर्माना भी लगाया गया है लेकिन कई मामलों में सिर्फ चालान थमाए गए हैं।
संदीप रतन, गुरुग्राम। एनसीआर में खतरनाक स्तर पर दर्ज किए जा रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स को लेकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चालान तो काटे जा रहे हैं, लेकिन जुर्माना राशि की रिकवरी आधी भी नहीं हाे रही है।
नगर निगम गुरुग्राम जुर्माना राशि वसूलने में नाकाम साबित हो रहा है। फिलहाल ग्रेप का तीसरा चरण लागू है। ग्रेप के तीसरे चरण में कुछ प्रोजेक्ट को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की निर्माण एवं तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक है।
कूड़ा एवं मलबा डंपिंग, कूड़े में आग लगाना, कोयला जलाने सहित अन्य ऐसी गतिविधियां जिनसे प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी होती है, पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं।
इसको लेकर ग्रेप के नियमों की अवहेलना करने वालों के नगर निगम की टीम चालान काट रही है। लाखों रुपये जुर्माना भी लगाया गया है, लेकिन कई मामलों में सिर्फ चालान थमाए गए हैं। ऐसे में प्रदूषण फैलाने वालों में निगम की इस कार्रवाई का कोई डर नहीं है।
महत्वपूर्ण जानकारी
- ग्रेप के कुल 203 चालान किए, सिर्फ 53 का वसूला जुर्माना
- श्रेणी चालान काटे जुर्माना राशि रिकवरी
- निर्माण स्थलों पर अवहेलना 67 सात लाख 1,95000
- मलबा फेंकना 19 ढाई लाख 1,55000
- निर्माण न रोकना 41 12,26000 1,31000
- कूड़ा जलाना 9 45,000 15000
- कूड़ा प्रबंध नियम की अवहेलना 66 1,93500 32500
- कोयला भट्ठी का उपयोग 1 5000 0
- कुल 203 24,19500 5,28500
(नगर निगम द्वारा एक अक्टूबर 2023 से 20 नवंबर 2023 तक किए गए चालान )
हवा में अभी भी कई गुना जहर
मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 321 दर्ज किया गया। हवा में अभी कई गुना जहर है। प्रदूषण के कारण सांस के रोगियों, दिल के मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा परेशानी हो रही है। लोग आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें भी कर रहे हैं।
दोपहर बाद बढ़ गया एक्यूआइ
कहां कितना एक्यूआइ रहा (पीएम 2.5 )
सेक्टर 51 332
विकास सदन 304
टेरी ग्राम 358
(दिन में साढ़े चार बजे लिए गए आंकड़े। एक्यूआइ 331 दर्ज किया गया। )
50 से ऊपर एक्यूआइ स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
एक्यूआइ स्वास्थ्य पर प्रभाव
- 0-50 कोई दुष्प्रभाव नहीं
- 51-100 संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की तकलीफ
- 101-150 आंखों में जलन, सांस और दिल के मरीजों के लिए खतरनाक
- 151-200 सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
- 201 -300 घर के अंदर रहने की सलाह
- 301-500 अति प्रदूषित, स्वास्थ्य के लिए अलर्ट
पानी का छिड़काव ही सरकारी उपाय
गुरुग्राम में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अलसुबह नगर निगम, अग्निशमन विभाग और एनएचएआइ द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। सड़कों के साथ-साथ पड़ों और ग्रीन बेल्ट में भी पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि हवा में मौजूद स्माग छंट सके। लेकिन यह ज्यादा कारगर साबित नहीं हो रहा है।
इन कारणों से बढ़ रहा प्रदूषण
- सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में फैला कूड़ा।
- सड़कों के किनारे लगे मलबे के ढेर।
- शहर के चौराहों पर लगने वाला ट्रैफिक जाम।
- खुले में कचरा जलाना।
- टूटी सड़कों से उड़ रही धूल
चालान काटने के साथ ही जुर्माना वसूलने के आदेश दिए गए हैं। अगर कोई व्यक्ति जुर्माना राशि का भुगतान नहीं करता है तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. नरेश कुमार, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) नगर निगम गुरुग्राम।