गुरुग्राम में ASI राजबीर सिंह के हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पत्नी ने प्रेमी और बेटे के साथ मिलकर पति को मार डाला
गुरुग्राम में एएसआई राजबीर सिंह की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बेटे ने ही मां और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या कर दी थी। हत्या में शामिल साहब सिंह की महिला सरिता के साथ अवैध संबंध थे। संपत्ति से बेदखल किए जाने के बाद एक नवंबर की रात सभी ने राजबीर को घर बुलाकर उनकी गाेली मारकर हत्या कर दी थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। एक नवंबर की रात संपत्ति विवाद में सेक्टर 10 थाना क्षेत्र में बेटे ने ही मां और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या कर दी थी। हरियाणा पुलिस में एएसआई और रेवाड़ी जीआरपी में तैनात राजबीर को तीन गोलियां मारी गई थीं।
पुलिस ने पत्नी समेत चार को पकड़ा
वहीं इस हत्याकांड को सेल्फ डिफेंस के रूप में दिखाने के लिए राजबीर की पत्नी ने खुद ही गाेली चलाने की बात कही थी। सेक्टर 31 क्राइम ब्रांच ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बेटे और पत्नी समेत साथ देने वाले दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
बेटे की हरकत के कारण दंपत्ति से किया था बेदखल
एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि दो नवंबर को राजबीर के भाई शिकोहपुर निवासी सतबीर ने सेक्टर 10 थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बेटे यश और पत्नी सरिता पर साजिश के तहत राजबीर की हत्या करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि गलत हरकतों के कारण राजबीर ने बेटे यश को अपनी संपत्ति से बेदखकर कर दिया था।
एक नवंबर की रात सभी ने राजबीर को घर बुलाकर उनकी गाेली मारकर हत्या कर दी। सेक्टर 10 थाने में पत्नी और बेटे के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद सेक्टर 31 क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर आनंद कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए वारदात को अंजाम देने में शामिल रहे मुख्य आरोपित यश समेत तीन आरोपितों को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया।
दो अन्य आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली निवासी 20 वर्षीय अक्षय और शिकोहपुर निवासी 48 वर्षीय साहब सिंह के रूप में की गई। यश और अक्षय को पुलिस टीम ने बसई एनक्लेव और साहब को शिकोहपुर से पकड़ा। इस मामले में आरोपित राजबीर की पत्नी सरिता को तीन नवंबर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रॉपर्टी को लेकर यश और राजबीर के बीच था विवाद
एसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि यश और राजबीर के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था। राजबीर ने गलत हरकतों के कारण यश को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। यश अपने पिता राजबीर से संपत्ति अपने नाम कराने के लिए कहता था, लेकिन राजबीर ऐसा करने से इनकार कर रहा था।
इसके चलते यश ने अपनी मां सरिता, दोस्त अक्षय तथा साहब सिंह के साथ पिता की हत्या की साजिश रची। साहब राजबीर के परिवार में और रिश्ते में यश का चाचा लगता है। सरिता और साहब के अवैध संबंध भी थे। साजिश के तहत यश अपने साथी अक्षय के साथ उत्तर प्रदेश से 60 हजार रुपये में एक पिस्टल लेकर आया।
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वहीं करवा चौथ पर राजबीर को घर बुलाया गया। देर रात यश ने राजबीर की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस को गुमराह करने के लिए सेल्फ डिफेंस में गोली चलानी दिखाई गई। इसी कारण सरिता ने पूछताछ में कहा था कि झगड़े के दौरान राजबीर ने गोली चलाई, इसके बाद सरिता ने उनको गोली मारी। पुलिस टीम ने वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल की गई एक पिस्टल व तीन खाली कारतूस बरामद किए थे। चारों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया।