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Gurugram Chintels Paradiso: टावरों को गिराने से पहले RWA के साथ साझा किया जाए प्लान, फ्लैट मालिकों में हलचल तेज

चिंटेल्स पैराडिसो सोसाइटी आरडब्ल्यूए और फ्लैट मालिकों ने शनिवार शाम सोसाइटी में बैठक की। बैठक में टावरों का तोडऩे के लिए शुरू की जा रही प्रक्रिया और टावर ए बी सी तथा जे को भी मजबूत करने से संबंधित कदम उठाने पर चर्चा की गई। सुरक्षा मापदंडों का ध्यान रखने पांचों टावरों के आवंटियों के साथ सेटलमेंट की प्रक्रिया पूरी करने समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sat, 25 Nov 2023 11:41 PM (IST)
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टावरों को गिराने से पहले RWA के साथ साझा किया जाए प्लान।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसाइटी आरडब्ल्यूए और फ्लैट मालिकों ने शनिवार शाम सोसाइटी में बैठक की। बैठक में टावरों का तोड़ने के लिए शुरू की जा रही प्रक्रिया और टावर ए, बी, सी तथा जे को भी मजबूत करने से संबंधित कदम उठाने पर चर्चा की गई। इसके अलावा टावर तोड़ने से पहले सुरक्षा मापदंडों का ध्यान रखने, पांचों टावरों के आवंटियों के साथ सेटलमेंट की प्रक्रिया पूरी करने समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

शुक्रवार को टावर तोड़ने वाली एडिफिस एजेंसी की टीम के निरीक्षण के बाद सोसाइटी फ्लैट मालिकों में हलचल तेज हो गई है। टीम के निरीक्षण के दौरान फ्लैट मालिकों को शामिल नहीं किया गया। टावर तोड़ने का अंतिम निर्णय लेने से पहले आवंटियों ने विभिन्न बिंदुओं को बिल्डर प्रबंधन तथा जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया है ताकि उनके हितों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।

आवंटियों की तरफ से बैठक में रखे गए बिंदुओं में टावर तोड़ने से पहले टावर जे की आइआइटी दिल्ली से आने वाली रिपोर्ट साझा करने, सीबीआरआइ के साथ आइआइटी दिल्ली की रिपोर्ट तथा जिला प्रशासन के आदेश साझा करने, टावर ए, बी, सी और जे के स्ट्रक्चर की मजबूती सुनिश्चित करने के लिए सर्वे, टावर डी, ई, एफ, जी, एच को गिराने से पहले आवंटियों की सहमति से सेटलमेंट, प्रभावित टावरों का दोबारा से निर्माण और निर्माण पूरे होने तक किराए की अदायगी, टावर तोड़ने के दौरान ए, बी, सी तथा जे टावरों की सुरक्षा के लिए एजेंसी द्वारा लिए जाने वाले मापदंड और डिमोलिशन प्लान आरडब्ल्यूए के साथ साझा करने इत्यादि शामिल रहे। 

फ्लैट मालिक शोभा यादव का कहना है कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर ले कि पहले सभी फ्लैट मालिकों को मुआवजा दिया जाए और डिमोलीशन की अनुमति देने से पहले निवासियों का निपटान पूरा हो जाए। जो मालिक मुआवजा नहीं चाहते हैं, उन्हें फ्लैटों का पुनर्निर्माण करके देने का विकल्प दिया जाना चाहिए। मालिकों को निर्माण अवधि के दौरान किराया भी दिया जाना चाहिए।

बैठक में आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राकेश हुडा, संदीप बरसियान, संजीव पुंज, पीएस भाटिया, हिरानंद शर्मा, दीपती पुंज, गुरविंदर अरोड़ा, शोभा यादव, सोनम अरोड़ा, विजय मनहूरी, वरूण धमीजा समेत 100 से अधिक फ्लैट मालिक बैठक में मौजूद रहे।

डिमोलिशन को लेकर एजेंसी आरडब्ल्यूए को दे शपथ पत्र

डिमोलिशन से पहले चिंटेल्स इंडिया लिमिटेड और तोड़ने वाली एजेंसी आरडब्ल्यूए को सुरक्षा के मद्देनजर शपथ पत्र देगी। इसके अलावा टावर तोड़ने के लिए कामन एरिया में की जाने वाली बैरिकेडिंग, यूटिलिटीस का विस्थापन से पहले आरडब्ल्यूए तथा फ्लैट मालिकों की सहमति जरूर ली जानी चाहिए। कोई भी बदलाव बिना आरडब्ल्यूए तथा निवासियों की सहमति के बिना नहीं होना चाहिए।

अधिकारियों को फ्लैटों और निवासियों की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए और डिमोलिशन योजना को आरडब्ल्यूए के साथ साझा करना चाहिए। टावर गिराने के दौरान सभी सुरक्षा उपायों को एजेंसी और चिंटेल्स इंडिया लिमिटेड द्वारा लिखित शपथ पत्र के माध्यम से बताया जाना चाहिए। इन सुरक्षा उपायों पर जिला प्रशासन की भी मुहर लगी होनी चाहिए।  -राकेश हुड्डा, अध्यक्ष, चिंटेल्स पैराडिसो सोसाइटी आरडब्ल्यूए।

एडिफिस ने भी निरीक्षण के बाद बिल्डर को सौंपी रिपोर्ट

शुक्रवार को टावर गिराने वाली एडिफिस एजेंसी की टीम द्वारा निरीक्षण के बाद शनिवार को बिल्डर प्रबंधन को इसकी लिखित रिपोर्ट सौंप दी गई है। एडिफिस एजेंसी पार्टनर उत्कर्ष मेहता ने बताया कि निरीक्षण के बाद बिल्डर को लिखित रूप से सुझाव दिए हैं जिसमें बालकनी से मिट्टी हटाने जिसका वजन करीबन 200 टन है जो कि टावरों पर भार है। टावर अत्यंत असुरक्षित है। ऐसे में यह जल्द से जल्द हटाई जाए। इसी प्रकार से टावरों की छत पर रखे पानी के टैंकों को खाली कराने, सभी की बैरिकेडिंग करने, बिजली काटने, जी-एच टावर को खाली कराना सुनिश्चित करना शामिल है।

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