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शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़: गिरफ्तार शातिरों ने खोले बड़े राज, ऐसे वक्त चलाते थे भट्ठी; किसी को न लगी थी भनक

गुरुग्राम में एक शराब फैक्ट्री में छापेमारी कर भंडाफोड़ किया गया। पुलिस ने फैक्ट्री से संचालक और तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने फैक्ट्री से 3250 लीटर शराब के पव्वे 9200 शराब की खाली बोतल समेत बहुत सारा अवैध सामान बरामद किया है। अब पुलिस आरोपितों को रिमांड पर लेगी और कई बड़े सवालों के जवाब पता लगाएगी।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 12 Sep 2024 08:11 PM (IST)
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क्राइम ब्रांच की टीम ने शराब की अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम में मानेसर क्राइम ब्रांच की टीम ने बिलासपुर के गांव राठीवास में एक प्लाट में छापेमारी कर एक शराब की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री बिना लाइसेंस के चल रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री से चार आरोपितों को पकड़ा है।

वहीं, पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ के बाद फैक्ट्री के संचालक और तीन पार्टनर को गिरफ्तार कर लिया। सभी के विरुद्ध एक्साइज एक्ट में केस दर्ज किया गया। फैक्ट्री से 3250 लीटर शराब के पव्वे, 9200 शराब की खाली बोतल, 225 गत्ता पेटी, 620 ढक्कन, 75000 फर्जी लेबल, एक सीलिंग मशीन और एक मापने का यंत्र बरामद किया गया।

पुलिस ने चार आरोपितों को पकड़ा

मानेसर क्राइम ब्रांच के प्रभारी सब इंस्पेक्टर ललित कुमार ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने के बाद गांव राठीवास में छापेमारी की गई। यहां एक प्लाट में शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। आरोपितों ने इसे किराए पर लिया था। छापेमारी के दौरान यहां से चार आरोपितों को पकड़ा गया। वहीं, जब फैक्ट्री चलाने और शराब बनाने के लाइसेंस के बारे में पूछा गया तो कोई कागजात नहीं मिले।

आरोपितों की हुई पहचान

आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के हरदोई के गांव हाधा निवासी अनूप, सरबजीत, सोनू राठौर और अलीगढ़ निवासी लोकेश के रूप में की गई। इन्होंने पूछताछ में बताया कि ये लोग यहां काम करते थे। फैक्ट्री को तीन अन्य लोग फरीदाबाद निवासी मदन, रेवाड़ी निवासी अंकित और दिल्ली निवासी केपी संचालित कर रहे थे।

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सुबह के समय ही चलाते थे भट्ठी

पूछताछ में पता चला कि आसपास के लोगों को इसके बारे में जानकारी न लगे, इसके लिए शराब बनाने के लिए आरोपित सुबह ही भट्ठी चलाते थे। 12 दिन पहले ही इन्होंने अपनी फैक्ट्री यहां शिफ्ट की थी। इससे पहले ये गुरुग्राम के एसपीआर रोड पर ढाई महीने से फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। मौके पर एक्साइज विभाग को भी बुलाया गया।

पुलिस तलाश रही इन सवालों के जवाब

एक्साइज विभाग ने शराब के सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा है। जांच के बाद इसके मानकों के बारे में पता चलेगा। शुक्रवार को सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। इस दौरान इनसे शराब में किन-किन चीजों का इस्तेमाल किया जाता था। कहां-कहां सप्लाई होती थी। कितनी पेटी शराब सप्लाई कर चुके थे। इनके गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं। इन सारे सवालों के बारे में जानकारी ली जाएगी।

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