टेलीग्राम से पार्ट टाइम जॉब ऑफर, ग्रुप पर जोड़ा और धीरे-धीरे ठगे 2.89 करोड़ रुपये; फिर सामने आया ICICI कर्मी का हाथ
गुरुग्राम से एक बार फिर एक बड़ी साइबर ठगी की घटना सामने आई है। यहां एक शख्स को पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर एक टेलीग्रीम ग्रुप से जोड़ा गया और फिर धीरे-धीरे उससे दो करोड़ 89 लाख रुपये जमा करा लिए गए। जब तक वह समझ पाता कि उसके साथ ठगी हो रही है तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगों ने पार्ट टाइम जॉब के नाम पर गुरुग्राम निवासी एक युवक से बीते दिनों दो करोड़ 89 लाख रुपये की ठगी की। इस मामले की जांच के दौरान साइबर थाना पूर्वी पुलिस ने बैंक कर्मचारी समेत तीन आरोपितों को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार कर लिया।
इनमें से एक आरोपित ने दूसरे के नाम पर आईसीआईसीआई बैंक में कर्मचारी से मिलकर खाता खुलवाया और साइबर ठगों को बेच दिया था।
डीसीपी साइबर क्राइम सिद्धांत जैन ने बताया कि सात जून को साइबर थाना पूर्वी में एक युवक ने धोखाधड़ी की शिकायत दी थी।
11 मई को टेलीग्राम से मिला जॉब का ऑफर
उसने बताया कि 11 मई को टेलीग्राम एप पर इशिका रेड्डी नाम की युवती ने उससे संपर्क किया और अपने को ट्रवेल एजेंसी का कर्मचारी बताकर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया।इसके बाद इस युवक को ग्रुप से जोड़ दिया गया और प्रतिदिन कमाई के लिए पैसा जमा करने को कहा गया। कई बार में इसने दो करोड़ 89 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद इसे धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
शिकायत के बाद साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस तकनीकी की सहायता से शुक्रवार को तीन आरोपितों को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया।इनकी पहचान उत्तर प्रदेश के ललितपुर निवासी जितेंद्र, राजस्थान के नागौर निवासी आशीष जैन व इंदौर निवासी उत्सव चतुर्वेदी के रूप में की गई।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।आशीष ने जितेंद्र के नाम पर खुलवाया था खाता
पुलिस जांच में पता चला कि आशीष जैन दुकान चलाता है। इसके पास जितेंद्र पटेल लोडिंग/अनलोडिंग का काम करता है। आशीष ने जितेंद्र का बैंक खाता फर्म के नाम से आईसीआईसीआई बैंक में उत्सव की मदद से खुलवाया। उस समय उत्सव बैंक में असिस्टेंट मैनेजर था। इस बैंक खाते को आशीष ने अपने एक अन्य साथी को 25 हजार रुपये में बेच दिया था। इस केस में ठगी गई राशि में से 60 लाख 13 हजार रुपये जितेंद्र के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। जांच में यह भी पता चला कि उत्सव ने दिसंबर 2023 में आईसीआईसीआई बैंक में नौकरी छोड़ दी थी।दिसंबर से जून तक इसने इंदौर में ही एक अन्य बैंक में काम किया। पुलिस टीम आरोपितों से अन्य साथियों और वारदात के बारे में पूछताछ कर रही है। जल्द ही और भी नाम सामने आ सकते हैं।अब तक पकड़े गए बैंक कर्मचारी
- 26 फरवरी : मोहित राठी, महेश और विश्वकर्मा मौर्या (कोटक महिंद्रा गुरुग्राम)
- 2 मार्च : मो. मुकीम, अनिकेश, रोशन (यस बैंक दिल्ली)
- 11 मार्च : दीपक, धर्मेंद्र (यस बैंक, रोहिणी, दिल्ली)
- 1 अप्रैल : अमित (आरबीएल, हौज खास, दिल्ली)
- 8 अप्रैल : जेलदार बरार (एयू स्माल फाइनेंस बैंक)
- 10 अप्रैल : हिमांशु गंगवार (यस बैंक, राजेंद्रा प्लेस दिल्ली)
- 10 मई : देवेंद्र शर्मा (पीएनबी, जयपुर)
- 20 मई : यूसुफ मोहम्मद चांद (यस बैंक, अंधेरी, मुंबई)
- 23 मई : सतीश (आईडीएफसी, झुंझुंनूं, राजस्थान)
- 3 जुलाई : राहुल कुमार (एसबीआई, गुरुग्राम)
- 9 जुलाई : हरप्रीत (आईसीआईसीआई, मंडी गोविंदगढ़ पंजाब)