Gurugram Mahapanchayat: निर्दोष पर मुकदमा दर्ज होने के विरोध में हरियाणा में चक्का जाम करने की चेतावनी
नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिम समुदाय की ओर से किए गए हमले और गुरुग्राम के सेक्टर 57 में निर्माणाधीन मस्जिद जलाने और नायब इमाम की हत्या के मामले में चार युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में तिगरा गांव में महापंचायत की गई। इस महापंचायत में हिंदुओं का आक्रोश दिखा। वक्ताओं ने गुरुग्राम में मुस्लिमों को किराए पर घर-दुकान न देने और उनका बायकाट करने का आह्वान किया।
By Vinay TrivediEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Sun, 06 Aug 2023 11:00 AM (IST)
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिम समुदाय की ओर से किए गए हमले और गुरुग्राम के सेक्टर 57 में निर्माणाधीन मस्जिद जलाने और नायब इमाम की हत्या के मामले में चार युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में तिगरा गांव में महापंचायत की गई। इस महापंचायत में हिंदुओं का आक्रोश दिखा। वक्ताओं ने गुरुग्राम में मुस्लिमों को किराए पर घर-दुकान न देने और उनका बायकाट करने का आह्वान किया।
वहीं, यह भी फैसला लिया गया कि अगर एक सप्ताह में निर्दोष युवकों को नहीं छोड़ा गया तो अगले सप्ताह एक बार फिर बड़ी पंचायत कर कड़े फैसले लिए जाएंगे। हरियाणा में चक्का जाम करने की भी चेतावनी दी।रविवार सुबह 11 बजे तिगरा के पूर्व सरपंच अतर सिंह की अध्यक्षता में शुरू हुई महापंचायत में नूंह हिंसा और युवकों की रिहाई का मुद्दा केंद्र में रहा। महापंचायत में आसपास के कई गांवों के 36 बिरादरी के लोग पहुंचे।एक स्वर में कहा गया कि हिंदू समुदाय के युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में पूरा समुदाय उनके साथ है।महापंचायत में एक-एक कर वक्ताओं ने गुरुग्राम पुलिस, प्रशासन और सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कहा गया कि बिना किसी जांच के पुलिस ने निर्दोषों को इस केस में फंसाने की कोशिश की है।
वक्ताओं ने कहा कि हिंदुओं को कमजोर न समझा जाए, हिंदू डरा हुआ नहीं है। बल्कि हिंदू वह है, जो दूसरों की रक्षा करता है। गुरुग्राम में मुस्लिम समुदाय के बहुत से लोग व्यवसाय करते हैं। गुरुग्राम में किसी भी मुस्लिम व्यक्ति को थप्पड़ तक नहीं मारा गया। कहा गया कि हिंदू जिसे भी शरण में ले लेता तो उसकी सुरक्षा भी स्वयं करता है। महापंचायत में कहा गया कि जब कहीं कोई क्रिया होती है तो उसकी प्रतिक्रिया होती है। नूंह हिंसा की घटना के बाद गुरुग्राम में हुई हिंसा उसकी प्रतिक्रिया थी। गुरुग्राम में मुस्लिमों को किराए पर दुकानें न देने, किराए पर मकान न देने और मुस्लिम समुदाय का बायकाट करने का आह्वान किया गया। इससे आसपास हो रही हिंसा की घटनाओं में कमी आएगी। कुछ वक्ताओं ने सरकार पर भी निशाना साधा। कहा कि यूपी की तरह ही हरियाणा में भी दंगाइयों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मस्जिद को हटाने के लिए प्रशासन उठाए कदम
महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि सेक्टर 57 स्थित निर्माणाधीन मस्जिद पर काफी पहले से ही विवाद चला आ रहा है।तिगरा के आसपास न कोई मुस्लिम रिहाइश है और न कोई यहां रहने वाला मुस्लिम है। हिंदुओं की आबादी के बीच में मस्जिद बनाई जा रही है। इस मस्जिद को हटाने के लिए प्रशासन को कदम उठाना चाहिए। वक्ताओं ने आरोप लगाया गया कि नूंह हिसा में हरियाणा पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किए, जबकि गुरुग्राम में छिटपुट घटनाओं में गुरुग्राम पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ नामजद एफआइआर की। गुरुग्राम पुलिस के पास ऐसा कौन सा जादू था, जिससे उसे लोगों के नाम पता चल गए। तिगरा के रहने वाले किसान नेता धान सिंह ने कहा कि सरकार को मस्जिद जलाने और गिरफ्तार युवकों के मामले में निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए।उन्होंने लोगों को समझदारी से काम लेने की सलाह दी।51 सदस्यीय कमेटी बनाई
महापंचायत में 51 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी अगले सात दिनों तक गुरुग्राम प्रशासन और तमाम नेताओं से बातचीत करेगी। निर्दोषों को जेल से रिहा कराने की मांग की जाएगी। अगर एक सप्ताह में निर्दोषों को नहीं छोड़ा गया तो एक बार फिर बड़ी महापंचायत बुलाई जाएगी और कड़े फैसले लिए जाएंगे। मंगलवार को कमेटी के सदस्य डीसी निशांत कुमार यादव से मिलेंगे।
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