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Gurugram News: करोड़ों का राजस्व देने वाले बिजली निगम का ये हाल, 3 SDO के पास बैठने के लिए दफ्तर तक नहीं

Gurugram News अपना काम कराने के लिए आने वाले उपभोक्ताओं को इन तीनों अधिकारियों को ढूंढ़कर मिलना पड़ता है और अपने काम कराने के लिए चप्पल घिसनी पड़ती है। इसके बाद बड़ी मुश्किल से काम होता है।

By Jagran NewsEdited By: JP YadavPublished: Sat, 22 Oct 2022 09:10 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2022 09:21 PM (IST)
दफ्तर नहीं मिलने के चलते उपभोक्ताओं को बड़ी दिक्कत आती है।

गुरुग्राम [गौरव सिंगला]। करोड़ों रुपये का राजस्व जुटाने वाले दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम विभाग अपने पाश कालोनी वाले एसडीओ स्तर के तीन अधिकारियों को बैठने के लिए कार्यालय तक नहीं दे पा रहा है। इन अधिकारियों के पास बैठने के लिए कार्यालय और इंफ्रास्ट्रक्चर तक उपलब्ध नहीं है। इससे उपभोक्ताओं को विशेष परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

एक साल बाद भी नहीं हुआ समाधान

वहीं, एसडीओ सेक्टर-31, एसडीओ सेक्टर-31 एवं एसडीओ सुशांत लोक के पास बैठने के लिए न तो व्यवस्थित जगह है, न ही पर्याप्त स्टाफ, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मशीनरी है जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। तीनों एसडीओ की नियुक्ति हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक इनके बैठने के लिए कार्यालय तक नहीं है। 

सेक्टर-31 कार्यालय तक में बैठने की जगह नहीं

एसडीओ वीरेंद्र सिंह सेक्टर-31 के पास बिजली निगम के मुख्य कार्यालय सेक्टर-31 में ही बैठने की जगह नहीं है। न ही स्टाफ एवं अन्य सुविधाएं है। इस इमारत में एक-दो कमरे है भी लेकिन उसकी हालात इतनी खराब है वहां किसी का बैठना तो दूर खड़ा होना भी मुश्किल है। इनके अधीन शहर के सेक्टर-29, 30, 31, 32, 39, 40, 41, सिलोखरा, झाड़सा गांव व साउथ सिटी एक क्षेत्र आता है। उपभोक्ता कृष्ण सिंह का कहना है कि अपना बिल ठीक कराने के लिए एसडीओ को ढूंढ़ना पड़ता है। 

एसडीओ सुशांत लोक भी दूसरों के कार्यालयों में भटकते रहते

इसी प्रकार से एसडीओ सुशांत लोक भी अधिकतर दूसरों के कार्यालय में ही मिलते है। इनके अधिकार क्षेत्र में सेक्टर-27, 28, 43, सुशांत लोक एक, सरस्वती विहार, मारुति विहार, एमजी रोड के कुछ इलाके, चकरपुर, डीएलएफ फेज चार शामिल है।

सेक्टर-56 वाले एसडीओ भी मिलते हैं 31 के कार्यालय में

सेक्टर-56 वाले एसडीओ का भी यही हाल है, इमारत है तो लेकिन पूरी तरह जर्जर जिसमें कोई व्यवस्था और किसी भी प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं। इस इलाके में सुशांत लोक दो तीन, सेक्टर-53, 54, 55, 56, गांव घाटा, बालियावास शामिल है। उपभोक्ताओं को अपने काम कराने के लिए उन्हें सेक्टर-31 में मिलने जाना पड़ता है लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि साहब कार्यालय में मिल ही जाए।ननवीन वर्मा (मुख्य अभियंता, डीएचबीवीएन) का कहना है कि

एसडीओ सेक्टर-31 विरेन्द्र सिंह , एसडीओ सेक्टर-56 उमेश, एसडीओ सुशांत लोक रिपू दमन से संपर्क किया तो सभी ने कहा कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। वहीं, नवीन वर्मा (मुख्य अभियंता, डीएचबीवीएन) का कहना है कि अभी सभी एसडीओ पेरेंट आफिस सेक्टर-31 से आपरेट कर रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए अधीक्षण अभियंता से बात करें।

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