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Gurugram: ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर धोखाधड़ी, चीनी नागरिकों को भेजते रकम; चार गिरफ्तार

ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। गुरुग्राम साइबर पुलिस ने शुक्रवार को चार आरोपितों को पंजाब के जीरकपुर से गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में पता चला कि वे एक चीनी नागरिक के इशारे पर काम कर रहे थे। ठगी गई राशि को धोखाधड़ी से खुलवाए गए बैंक खातों में भेजते थे।

By Vinay Trivedi Edited By: Geetarjun Updated: Sun, 25 Feb 2024 08:01 PM (IST)
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मामले के बारे में जानकारी देते एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान व पुलिस गिरफ्त में आरोपित। सौ. पुलिस पीआरओ
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। गुरुग्राम साइबर पुलिस ने शुक्रवार को चार आरोपितों को पंजाब के जीरकपुर से गिरफ्तार किया।

उनसे पूछताछ में पता चला कि वे एक चीनी नागरिक के इशारे पर काम कर रहे थे। ठगी गई राशि को धोखाधड़ी से खुलवाए गए बैंक खातों में भेजते थे। इसके बाद सारी राशि वह चीनी नागरिक को भेज देते थे।

पिछले साल की गई लाखों की ठगी

एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि 30 नवंबर 2023 को एक व्यक्ति ने साइबर थाना ईस्ट में शिकायत दी कि उसके साथ पार्ट टाइम ज\ब के नाम पर साढ़े आठ लाख रुपये की ठगी की गई है। इस संबंध में केस दर्ज करने के बाद साइबर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 14 फरवरी को प्रयागराज के नैनी से एक आरोपित उत्कर्ष सोनी को पकड़ा।

पंजाब में की छापामारी

उससे पूछताछ और निशानदेही पर चार दिन बाद 18 फरवरी को बिहार के गोपालगंज से एक अन्य आरोपित आशुतोष को गिरफ्तार किया गया। दोनों से रिमांड में पूछताछ से मिली जानकारी के बाद साइबर पुलिस ने पंजाब के जीरकपुर में छापामारी की। यहां 22 फरवरी को एक सेंटर से चार आरोपितों को पकड़ लिया गया।

इनकी पहचान कैथल की शुगर मिल कॉलोनी निवासी चंद्र प्रकाश तिवारी, उत्तर प्रदेश के बिजनौर निवासी अंकित, नितिन व अभिनव के रूप में की गई। चंद्र प्रकाश तिवारी ही इस सेंटर को संचालित कर रहा था। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह लोगों को पहले वॉट्सऐप पर मैसेज भेजते थे। इसके बाद लोगों को टेलीग्राम पर लाकर उनसे इन्वेस्ट के नाम पर रुपये जमा कराते थे। मोटी रकम होने के बाद पैसा वापस नहीं किया जाता था। 

लोगों की चोरी से आईडी लेकर खाते खुलवाए

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपितों ने कई बैंक खाते खुलवा रखे हैं। इन्होंने चोरी से कई लोगों की आईडी प्राप्त की और फिर बैंक में खाते खुलवाए। जिनके नाम से खाते खुलवाए गए, उन्हें असल में पता हीं नहीं होता था।

ठगी गई राशि का विभिन्न खातों में ट्रांजेक्शन किया गया। इसके बाद आरोपितों ने लगभग 15 करोड़ की राशि एक चीनी नागरिक के खाते में ट्रांसफर की। आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन व पांच बैंक किट बरामद की गई।

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